क्या फायदा ऐसे एयरपोर्ट का जब दूसरे शहर जाकर हवाई सेवा लेना पड़े सस्ता

यूपी के कानपुर में बढ़ती हवाई सेवाओं के चलते जहां एक तरफ आवाजाही की सुविधाओं में इजाफा हुआ है, तो वहीं इसका एक पक्ष ऐसा भी है, जिसे देखने के बाद आप कहेंगे कि आखिर क्या फायदा है ऐसे एयरपोर्ट का. एक आंकड़े के मुताबिक कानपुर एयरपोर्ट से मुंबई जाना, लखनऊ एयरपोर्ट से मुंबई जाने की तुलना में 60 फीसदी ज्यादा महंगा है.

कानपुर एयरपोर्ट

एयरपोर्ट किसी भी जिले के लिए सबसे अहम होता है क्योंकि इससे लोगों की आवाजाही की सुविधाओं में इजाफा होता है. लेकिन कानपुर में एयरपोर्ट होते हुए भी लोगों का यहीं कहना है कि आखिर क्या फायदा है ऐसे एयरपोर्ट का. तो आखिर लोग ऐसा क्यों कह रहे हैं, आपको बताते हैं. कानपुर एयरपोर्ट से चलने वाली फ्लाइटों का किराया इतना मंहगा है कि लोग यहां से फ्लाइट टिकट बुकिंग से परहेज कर रहे हैं.

कानपुर एयरपोर्ट से मंहगी हैं फ्लाइटें

ऐसा नहीं है कि प्रदेशभर के एयरपोर्ट्स से फ्लाइट टिकटें महंगी है. एक आंकड़े के मुताबिक लखनऊ से मुंबई की फ्लाइट टिकट की कीमतें, कानपुर से मुंबई की तुलना में 60 फीसदी सस्ती हैं. कीमतों में इसी फर्क के चलते लोग कह रहे हैं कि क्या फायदा है कानपुर में एयरपोर्ट के होने का.

टिकट की कीमतों में भारी अंतर

इसके अलावा यात्रियों का ये भी कहना है कि कानपुर एयरपोर्ट पर हवाई सेवाएं तो शुरू हैं लेकिन यहां पर फ्लाइटों के लिमिटेड ऑप्सन हैं. यात्रियों की मानें तो कानपुर एयरपोर्ट से देशभर के लिए हवाई सेवाएं नियमित रूप से संचालित नहीं होती हैं. कानपुर से मुंबई के लिए लिए इंडिगो फ्लाइट की टिकट की कीमत 8356 रुपए है, जबकि लखनऊ से मुंबई के लिए इंडिगो फ्लाइट का किराया 4349 है. इसी फर्क के चलते लोग एयर सर्विसेज के दोहरे रवैए को लेकर सवाल खड़े कर रहे हैं.

लोगों ने ये बताया

कानपुर के रहने वाले CA प्रशांत जौहरी की मानें तो कानपुर के किसी भी पॉइंट से जितना समय कानपुर एयरपोर्ट पहुंचने में लगता है, लखनऊ के किसी स्पॉट से लखनऊ एयरपोर्ट पहुंचने में उससे बस आधा घंटा ज्यादा समय लगता है. लेकिन दोनों शहरों की एयर टिकटों की कीमतों में फर्क काफी ज्यादा है.

इसलिए लखनऊ से कहीं जाना ज्यादा सस्ता पड़ता है. एक मल्टीनेशनल कंपनी में काम करने वाली रूमा मित्रा का कहना है कि दिल्ली से कानपुर की फ्लाइट के किराए में अंतर तो थोड़ा सा ही है लेकिन कानपुर के लिए फ्लाइट सिर्फ एक है जबकि लखनऊ के लिए कई फ्लाइटें हैं. ऐसे में लखनऊ से कभी भी फ्लाइट ली जा सकती है, जबकि कानपुर में ऐसा नहीं है.

इसके अलावा कानपुर एयरपोर्ट पर नाइट लैंडिंग की भी सुविधा मौजूद नहीं है. जिसके चलते रात में हवाई सेवाएं संचालित नहीं हो पाती हैं.