ये है आज के दौर की विषकन्या, 40 हज़ार लेकर लगाती थी रेप का झूठा आरोप, गिरफ्तार होते बनी गवाह

उत्तर प्रदेश के कानपुर में झूठे रेप केस दर्ज कर वसूली करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है. बिहार से आई एक महिला पान की दुकान चलाती थी. उसने 40,000 रुपये में एक वकील और दूसरे के साथ मिलकर झूठा रेप केस लिखवाया. इसके बाद पुलिस आयुक्त अखिल कुमार ने जांच के लिए एसआईटी का गठन किया था जिसकी जांच में चौंकाने वाले खुलासे हुए.

महिला (फाइल फोटो) Image Credit: Freepik

कानपुर शहर इस समय विषकन्याओं के लिए चर्चित हो रहा है. पुराने समय में ऐसी लड़कियां को विषकन्या कहा जाता था जिनको बचपन से हल्का विष देकर जहरीला बनाया जाता था और बाद में उनको दुश्मन के पास भेजकर दुश्मन को खत्म किया जाता था. नए दौर में ऐसी लड़कियों और महिलाओं को विषकन्या कहा जा रहा है जो पैसेवालों के खिलाफ झूठे रेप के मुकदमे दर्ज करवाती हैं और उसके बाद शुरू होता है वसूली का खेल. ऐसी ही एक विषकन्या अब पुलिस के कब्जे में आई है जो अधिवक्ता अखिलेश दुबे मामले से जुड़ी हुई है.

सांसद अशोक रावत ने कुछ महीने पहले कानपुर पुलिस आयुक्त को पत्र भेजकर कहा था कि शहर में झूठे मुकदमे लिखवाकर उसके बाद वसूली करने वाला गैंग सक्रिय है. इसके बाद पुलिस आयुक्त अखिल कुमार ने जांच के लिए एसआईटी का गठन किया था जिसकी जांच में चौंकाने वाले खुलासे हुए. दूसरी तरफ भाजपा नेता रवि सतीजा ने अधिवक्ता अखिलेश दुबे, उसके साथ लवी मिश्रा समेत कई लोगों के खिलाफ मुकदमा लिखवा कर आरोप लगाया था कि एक लड़की से उनके ऊपर रेप का झूठा मुकदमा लिखवाया गया था और वसूली की गई थी.

बिहार की रहने वाली महिला कानपुर आई

इस एफआईआर के बाद पुलिस ने छानबीन शुरू की और वो महिला पुलिस की गिरफ्त में आ गई है जिसने रवि सतीजा के ऊपर झूठा केस लिखवाया था. पुलिस सूत्रों के अनुसार बिहार की रहने वाली यह महिला कानपुर आई थी और अपने परिवार के साथ कंजड़ बस्ती में पान की दुकान चलाती थी. यहीं पर अभिषेक उर्फ प्रियांशु आया करता था पुलिस को दिए गए अपने बयान में महिला ने बताया कि अभिषेक ने शैलेन्द्र यादव के साथ मिलकर उससे कहा कि एक झूठ मुकदमा लिखवाना है जिसके लिए उसको 40 हजार रुपए दिए जाएंगे. महिला के मुताबिक, पहले तो उसने मना किया लेकिन दोनों लोग अखिलेश दुबे का डर दिखा कर उसके ऊपर दबाव डालने लगे तो मजबूरी में उसने अपनी छोटी नाबालिग बहन के नाम से झूठा केस लिखवा दिया.

महिला ने पुलिस के अलावा मजिस्ट्रेट के सामने भी अपने बयान दर्ज करवा दिए है. अगर अभियोजन और पुलिस सूत्रों की बात करें तो यह महिला रवि सतीजा मामले में महत्वपूर्ण गवाह बन सकती है. रवि सतीजा के ऊपर लिखवाए गए झूठे मामले में यह महिला वादिनी थी लेकिन वो मुकदमा झूठा साबित हो चुका है.

वहीं रवि सतीजा ने जो मुकदमा अखिलेश दुबे और अन्य के ऊपर लगाया है उसमें यह महिला आरोपी है. पुलिस सूत्रों के अनुसार इस महिला को सरकारी गवाह बनाया जा सकता है. सरकारी गवाह बनने से एक तरफ आरोपियों के लिए मुश्किलें बढ़ जाएंगी वहीं दूसरी तरफ महिला को सजा में राहत मिल सकती है.