कैंची हो तो भाई साहब मेरठ की…जानें कैसे 400 साल पुराने इस कारोबार की धार बढ़ती चली गई
कभी युद्ध के लिए अस्त्र-शस्त्र बनाने वाला मेरठ आज अपनी कुछ और गुणवत्ता और परंपरा के लिए विख्यात होता जा रहा है. खेल सामग्रियों और ताले-चाभियों के बाद अब मेरठ की एक और पहचान सामने आ रही है. ये पहचाना है यहाँ की कैंचियाँ. मेरठ की बनी कैंचियाँ केवल भारत ही नहीं, बल्कि विदेशों में […]

कभी युद्ध के लिए अस्त्र-शस्त्र बनाने वाला मेरठ आज अपनी कुछ और गुणवत्ता और परंपरा के लिए विख्यात होता जा रहा है. खेल सामग्रियों और ताले-चाभियों के बाद अब मेरठ की एक और पहचान सामने आ रही है. ये पहचाना है यहाँ की कैंचियाँ. मेरठ की बनी कैंचियाँ केवल भारत ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी अपनी धार और टिकाऊपन के लिए प्रसिद्ध हैं. इस स्टोरी में मेरठ और वहां की कैचियों की ही बात.
कहाँ बनती हैं मेरठ की कैंचियाँ
मेरठ की कैंचियाँ मुख्यतः लिसाड़ी गेट, शाहपीर गेट, हापुड़ रोड, गुदड़ी बाजार और पुराने शहर के इलाकों में बनती हैं. ये इलाके वर्षों से लोहे और स्टील के सामानों के निर्माण के लिए जाने जाते हैं. और यहीं पर पीढ़ियों से कैंची निर्माण का कार्य पारंपरिक तरीकों और आधुनिक तकनीक के मेल से किया जा रहा है.
कितना पुराना है ये व्यवसाय
कई व्यापारियों का दावा है कि कैंची निर्माण का ये कारोबार करीब 300 से 400 साल पुराना है. आज भी कई परिवार इस परंपरा को निभा रहे हैं, जिनकी तीसरी और चौथी पीढ़ियाँ इस पेशे में सक्रिय हैं. पहले जहां ये काम पूरी तरह से हाथ से किया जाता था, अब आधुनिक मशीनों और उपकरणों की मदद से अधिक उत्पादन और बेहतर गुणवत्ता सुनिश्चित कर रहा है.
कितने तरह की होती हैं कैंचियाँ
मेरठ में कई प्रकार की कैंचियाँ बनाई जाती हैं. जो घरेलू, औद्योगिक, व्यावसायिक और पारंपरिक जरूरतों को पूरा करती हैं. मिसाल के तौर पर –
- घरेलू कैंची – कपड़े काटने, किचन व दूसरे घरेलू कामकाज के लिए.
- टेलरिंग कैंची – दर्जी द्वारा उपयोग की जाने वाली भारी और धारदार कैंचियां.
- हॉर्टीकल्चर कैंची – बागवानी में पेड़-पौधों की कटाई के लिए.
- इंडस्ट्रियल कैंची – चमड़ा, रेक्सीन, प्लास्टिक, और दूसरे मोटे मटेरियल को काटने के लिए.
- स्कूल व स्टेशनरी कैंची – बच्चों के लिए हल्की और सुरक्षित डिजाइन वाली.
- मेडिकल और सर्जिकल कैंचियाँ – अस्पतालों के लिए विशेष रूप से डिज़ाइन की गईं.
मेरठ की कैंचियों की कुछ और खासियत
मेरठ की कैंचियाँ अपनी धार, मजबूती और टिकाऊपन के लिए जानी जाती हैं. इन्हें स्टेनलेस स्टील और उच्च गुणवत्ता वाले लोहे से तैयार किया जाता है. यही कारण है कि यहाँ से बनी कैंचियाँ दुबई, नेपाल, बांग्लादेश, अफ्रीका और यूरोप जैसे देशों में भी निर्यात की जाती हैं. इस कारोबार से हजारों कारीगर और मजदूर प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े हुए हैं. महिलाओं की भी अहम भागीदारी है, जो घर पर कैंचियों की पैकिंग, छंटाई और चमकाने जैसे कामों में हाथ बँटाती हैं.
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