रेलवे का दिवाली और छठ तोहफा, दे दी 3 और स्पेशल ट्रेनें, जल्द कराएं रिजर्वेशन

मुरादाबाद रेल डिवीजन ने 3 और स्पेशल ट्रेनों को चलाने का फैसला किया है. ये ट्रेनें 4 नवंबर तक अलग-अलग रूटों पर चलाई जाएंगी. यात्रियों की सुविधाओं को देखते हुए रेलवे ने विशेष स्टॉपेज की भी व्यवस्था की है. फिलहाल इन ट्रेनों के रिजर्वेशन प्रकिया की शुरुआत हो गई है.

3 और स्पेशल ट्रेनें चला रही रेलवे Image Credit:

दिवाली और छठ को देखते हुए वापस अपने घर जाने के लिए रेलवे स्टेशन पर भारी उमड़ रही है. बसों और फ्लाइट के टिकट में भी रिकॉर्डतोड़ इजाफा हुआ है. स्थिति को देखते हुए मुरादाबाद रेलवे डिवीजन ने यात्रियों को राहत देते हुए तीन नई स्पेशल ट्रेनों को चलाने का फैसला लिया है.

रेलवे के अधिकारियों के मुताबिक ये ट्रेनें त्योहारी सीजन में लोगों को अपने परिवारों तक पहुंचाने में बड़ी मदद करेंगी. मुरादाबाद सहित मंडल के कई प्रमुख स्टेशनों पर इन विशेष ट्रेनों के स्टॉप रखे गए हैं ताकि यात्रियों को टिकट और सीट के लिए परेशान न होना पड़े. सभी ट्रेनों में जनरल, स्लीपर और ए.सी. कोच की व्यवस्था की गई है. यह ट्रेनें आज से लेकर 4 नवंबर तक विभिन्न रूटों पर संचालित की जाएंगी.

चलाई जा रहीं ये स्पेशल ट्रेनें

श्रीगंगानगर–लखनऊ स्पेशल ट्रेन (04402/01) ट्रेन का संचालन 17 अक्टूबर से शुरू होकर 4 नवंबर तक जारी रहेगा. ट्रेन मुरादाबाद मंडल के प्रमुख स्टेशनों—हापुड़, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, शाहजहांपुर और हरदोईपर रुकेगी. यह ट्रेन त्यौहारों में दिल्ली और राजस्थान से उत्तर प्रदेश लौटने वाले यात्रियों के लिए बड़ी राहत साबित होगी.

रिजर्वेशन की भी हो चुकी है शुरुआत

रेलवे अधिकारियों ने बताया कि सभी ट्रेनों में बुकिंग शुरू हो चुकी है. साथ ही ट्रेन के अंदर साफ-सफाई व सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए हैं. दिवाली और छठ पूजा के बीच घर लौटने वाले यात्रियों के लिए रेलवे की यह पहल एक बड़ी राहत साबित होगी. मुरादाबाद, बरेली, हापुड़ और अन्य स्टेशनों पर रेलवे स्टाफ की अतिरिक्त ड्यूटी लगाई गई है ताकि ट्रेनों के सुचारू संचालन में कोई दिक्कत न आए.

रेलवे ने लिए ये सख्त फैसले

अधिकारियों ने बताया कि त्योहारी भीड़ को देखते हुए प्लेटफॉर्म से लेकर आरक्षण काउंटर तक की निगरानी कड़ी कर दी गई है. यात्रियों से आग्रह किया गया है कि वे समय से पहले स्टेशन पहुंचे और सुरक्षा नियमों का पालन करें. इन स्पेशल ट्रेनों के संचालन से न केवल भीड़ का दबाव कम होगा बल्कि हजारों परिवार अपने प्रियजनों के साथ त्योहार मना सकेंगे.