खुशखबरी! यूपी में आंगनबाड़ी के 69000 पदों पर होगी भर्ती, यहां जानें पूरी डिटेल
उत्तर प्रदेश सरकार ने महिलाओं को बड़ी खुशखबरी दी है. सरकार ने आंगनबाड़ी के 69 हजार पदों पर भर्ती करने का फैसला किया है. इसके लिए अधिकारियों को सरकार की तरफ से निर्देश भी दिया जा चुका है. जल्द ही इसकी प्रक्रिया की शुरुआत कर दी जाएगी.
यूपी सरकार ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं के खाली पदों पर जल्द ही भर्तियां शुरू करने का फैसला लिया. इनमें आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के 7,952 और सहायिकाओं के 61,254 पद मिलाकर कुल 69,197 भर्तियां होनी हैं. इसको लेकर अपर मुख्य सचिव लीना जौहरी ने गुरुवार यानी 16 अक्टूबर को विभाग की समीक्षा बैठक में अधिकारियों को भर्ती प्रक्रिया शुरू करने के लिए कार्ययोजना तैयार करने का निर्देश दिया है.
अपर मुख्य सचिव लीना जौहरी ने समीक्षा बैठक में अधिकारियों से कहा कि भर्ती प्रक्रिया को पारदर्शी और त्वरित ढंग से कराने के लिए कार्ययोजना बनाई जाए. जिलेवार भर्ती के लिए जिलाधिकारी (डीएम) की अध्यक्षता में समिति गठित करने के बाद ही प्रक्रिया शुरू की जाए. प्रत्येक चरण के लिए समय सीमा निर्धारित करने पर भी जोर दिया गया.
2,123 पद पहले से खाली
बैठक में अपर मुख्य सचिव लीना जौहरी ने बताया कि कुल 69,197 रिक्त पदों में से 2,123 पद पहले से खाली हैं, जबकि शेष पद हाल ही में स्वीकृत 306 नए आंगनबाड़ी केंद्रों से संबंधित हैं. इन केंद्रों को सक्षम आंगनबाड़ी के रूप में विकसित करने के लिए अपर मुख्य सचिव ने पोषण वाटिका, रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम, एलईडी स्क्रीन और ईसीसीई (प्रारंभिक बाल्यावस्था देखभाल और शिक्षा) सामग्री जैसे कार्यों को जल्द पूरा करने का निर्देश दिया है.
पोषण और पढ़ाई पर विशेष ध्यान देने पर जोर
अपर मुख्य सचिव ने आगे कहा कि ‘पोषण भी, पढ़ाई भी’ कार्यक्रम के तहत सभी जिलों में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को तीन दिवसीय प्रशिक्षण प्रदान करने पर जोर दिया. यह प्रशिक्षण कार्यकर्ताओं की दक्षता बढ़ाने और बच्चों के पूरे विकास में अहम भूमिका निभाएगा. इसके अलावा उन्होंने रानी लक्ष्मीबाई महिला और बाल सम्मान कोष से संबंधित लंबित मामलों को जल्द से जल्द निपटाने का आदेश दिया है. देरी करने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की बात भी कही है.
इतना मिलता है मानदेय
बता दें कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को प्रति माह 8,000 रुपये मानदेय दिया जाता है, जिसमें 6,000 रुपये मानदेय और 2,000 रुपये प्रोत्साहन राशि शामिल है. वहीं, सहायिकाओं को 4,000 रुपये मानदेय मिलता है, जिसमें 3,000 रुपये मानदेय और 1,000 रुपये प्रोत्साहन राशि शामिल है.
आधुनिक सुविधाओं से लैस होंगे केंद्र
देश में स्वीकृत 23,697 आंगनबाड़ी केंद्रों को सक्षम आंगनबाड़ी के रूप में विकसित करने के लिए व्यापक कदम उठाए जा रहे हैं. अपर मुख्य सचिव ने इन केंद्रों को आधुनिक सुविधाओं से लैस करने और बच्चों के पोषण, स्वास्थ्य और शिक्षा पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए हैं.