470 प्लॉट, सेंट्रल पार्क; 22 साल बाद गोविंदपुर आवासीय योजना को हरी झंडी

मुरादाबाद में गोविंदपुर आवासीय योजना को यूपी रेरा की हरी झंडी मिल गई है. इस योजना के लॉन्च किए जाने के 22 साल बाद अब इसपर काम शुरू हो जाएगा. इस आवासीय योजना में 470 प्लॉट, सेंट्रल पार्क और अपना पावर हाउस भी विकसित किया जाएगा.

यूपी की आवासीय योजना ( प्रतीकात्मक तस्वीर)

मुरादाबाद के शहरी विकास को अब तेजी मिलेगी. 516 करोड़ रुपये की गोविंदपुर आवासीय योजना को यूपी रेरा की तरफ से मंजूरी मिल गई है. अब 22 साल बाद जल्द ही इस प्रोजेक्ट के फर्स्ट स्टेज के काम को शुरू कर दिया जाएगा. योजना के तहत 470 आवासीय, 15 मिश्रित भू उपयोग और 32 व्यावसायिक प्लॉट विकसित किए जाएंगे.

दिल्ली रोड और राष्ट्रीय राजमार्ग-9 के बीच मनोहरपुर व मंगूपुरा क्षेत्र में लगभग 110 एकड़ भूमि इस योजना के लिए अधिग्रहित कर ली गई है. यह अधिग्रहण प्राधिकरण की तरफ से भूमि स्वामियों से आपसी समझौते के आधार पर किया गया है. योजना के अंतर्गत खरीदी गई कुल 80 एकड़ भूमि में से 67 एकड़ (2,71,552 वर्ग मीटर) क्षेत्र एमडीए योजना 2031 के तहत आवासीय उपयोग के लिए चिन्हित कर लिया गया है. यहां 112.50 से लेकर 450 वर्ग मीटर तक के अलग-अलग आकार के 470 प्लॉट प्रस्तावित हैं.

एक सेंट्रल पार्क किया जाएगा विकसित

गोविंदपुर आवासीय योजना में सरकार की तरफ से सामुदायिक सुविधाओं की व्यवस्था भी की जाएगी. पहले स्टेज में एक इंटर कॉलेज, एक जूनियर हाईस्कूल, तीन नर्सरी स्कूल और एक सामुदायिक सुविधा केंद्र की भूमि आरक्षित कर दी गई है. साथ ही इसके अंदर एक 18,000 वर्ग मीटर क्षेत्र में सेंट्रल पार्क भी बनाया जाएगा. यह वैज्ञानिक गोविंद स्वरूप के सम्मान में “विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी पार्क” के रूप में विकसित किया जाएगा.

1,800 परिवारों के बसावट की संभावना

गोविंदपुर आवासीय योजना में जल निकासी और सीवेज नेटवर्क के लिए अत्याधुनिक व्यवस्था बनाई जाएगी. क्षेत्र में 9, 12, 18 और 24 मीटर चौड़ी सड़कों का प्रस्ताव शामिल है जिससे यातायात व्यवस्था बेहतर बनी रहेगी. एमडीए अधिकारियों का कहना है कि इस योजना में लगभग 1,800 परिवारों के बसने की संभावना है.

बनाया जाएगा अपना पावर हाउस

योजना के तहत 1,500 केएलडी क्षमता वाला सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) और अपना बिजलीघर लगाया जाएगा ताकि ऊर्जा आवश्यकताओं को खुद पूरा किया जा सके. गोविंदपुर योजना के लागू होने से मुरादाबाद न केवल आवासीय दृष्टि से समृद्ध होगा बल्कि शहर को एक नए शहरी विस्तार और व्यवस्थित विकास का लाभ भी मिलेगा.