37 दिन और 3.22 करोड़ की ठगी… नोएडा में रिटायर्ड वायुसेना अफ़सर को डिजिटल अरेस्ट करने की कहानी

उत्तर प्रदेश के नोएडा में रिटायर्ड वायु सेना ऑफिसर के साथ 3.22 करोड़ रुपये की ठगी कर ली. ठगी करने वाले ने खुद को क्राइम ब्रांच का ऑफिसर बताया और कहा कि आप पर मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज है. इसी तरह डराकर 37 दिनों तक डिजिटल अरेस्ट किया.

साइबर ठगी कर लिए (फाइल फोटो)

साइबर ठगी और इससे जुड़ी घटनाओं को लेकर लगातार जागरुकता फैलाई जा रही है, इसके बावजूद भी इसमें पढ़े लिखे बड़े लोग फंस जाते हैं. ऐसा एक मामला उत्तर प्रदेश के नोएडा से सामने आया है. यहां पर एक रिटायर्ड वायु सेना अधिकारी को एक दिन 24 घंटे नहीं बल्कि 37 दिनों तक डिजिटल अरेस्ट करके रखा. साइबर अपराधियों ने इस मामले में 3 करोड़ 22 लाख रुपये की ठगी कर ली. ये मामला नोएडा के काशी थाना का है, जहां पर रिटायर्ड अधिकारी की तरफ से केस दर्ज कराया गया है. हर बार साइबर ठगी करने वाले अपनी साइबर ठगी का तरीका बदलते रहे हैं. इस बार ठगी करने के लिए उन्होंने मनी लॉन्ड्रिंग केस में फंसाने की धमकी दी.

आपके नंबर से भेजे गए हैं अश्लील मैसेज

इस मामले में सेक्टर 25 में रहने वाली मोबलिका मित्रा ने बताया कि वो अपने माता-पिता के साथ रहती हैं. उन्होंने बताया कि एक दिन उनके पिता के पास एक कॉल आई, जिसमें फोन करने वाले ने बताया कि उनके मोबाइल नंबर से अश्लील मैसेज भेजे गए हैं.ये सब कहते हुए उसने तुरंत मुंबई में एक कॉल लगा दी. उसने कहा कि ये कॉल क्राइम ब्रांच के अधिकारी की है. ट्राई के नाम से सामने वाले शख्स का फोन आया था.

मनी लॉन्ड्रिंग केस की धमकी

अब इसमें क्राइम ब्रांच के अधिकारी ने कहा कि आपके आधार कार्ड से एक बैंक अकाउंट खोला गया है. इस अकाउंट का इस्तेमाल मनी लॉड्रिंग केस में हो रहा है. उसने कहा कि इसका इस्तेमाल नरेश गोयल केस में हो रहा है. आपके खिलाफ वारंट जारी किया गया है, इसलिए आपको बिना देरी के जल्द से जल्द मुंबई आना होगा.

उनकी ये सब बातें सुनकर परिवार के तीनों लोग डर गए और डिजिटल अरेस्ट कर दिए गए. इसके बाद ठगों ने उनसे 3 करोड़ 22 लाख रुपये की ठगी कर ली. साइबर ठगी करने वालों ने क्राइम ब्रांच के अधिकारी के नाम पर 16 जुलाई से पूरे परिवार को डिजिटल अरेस्ट करके रखा था. 22 अगस्त तक ये सब चलता रहा. बाद में पता चला कि वो सबकुछ फर्जी था. पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज करके जांच शुरु कर दी है.