निक्की हत्याकांड के 4 हत्यारे! चश्मदीद बहन ने दर्ज कराई FIR; जानें हैवान पति ने क्या दी थी आखिरी धमकी

ग्रेटर नोएडा के निक्की हत्याकांड में पुलिस ने पति विपिन सहित चार आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया है. निक्की की बहन कंचन की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने विपिन को अरेस्ट भी कर लिया है. कंचन के मुताबिक विपिन का अन्य महिलाओं के साथ संबंध था, जिससे घर में अक्सर झगड़े होते थे.

निक्की मर्डर केस

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से सटे उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में निक्की हत्याकांड में पुलिस ने मुकदमा दर्ज करते हुए आरोपी पति विपिन को अरेस्ट कर लिया है. वहीं, आरोपी की मां, पिता एवं अन्य आरोपियों की तलाश में दबिश तेज कर दी है. पुलिस में निक्की की बहन कंचन ने तहरीर दी है. इसमें पति विपिन के अलावा सास दया, ससुर सत्यवीर भाटी और जेठ रोहित भाटी को आरोपी बनाया है. पुलिस ने इन सभी के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 103(1), 115(2) और 61(2) के तहत एफआईआर दर्ज किया है.

पुलिस के मुताबिक इस वारदात में कंचन चश्मदीद गवाह है. उसने पुलिस की पूछताछ में दर्दनाक खुलासे किए हैं. उसने बताया कि विपिन का कुछ लड़कियों के साथ चक्कर चल रहा था. इसको लेकर घर आए दिन झगड़े होते थे. कुछ दिन पहले ही विपिन को एक लड़की के साथ दिल्ली में रंगे हाथ पकड़ा गया था. कंचन के मुताबिक 10 दिन पहले ही विपिन ने निक्की के साथ बुरी तरह मारपीट की थी. उस समय पंचायत भी हुई थी. इस बार भी वारदात को अंजाम देते हुए विपिन ने कंचन को धमकाते हुए कहा था कि देखता हूं तेरी पंचायत क्या कर लेती है.

दो बहनों की एक ही घर में हुई थी शादी

जानकारी के मुताबिक ग्रेटर नोएडा के ही रूपबास गांव में रहने वाली दो बहनों कंचन और निक्की की शादी साल 2016 में सिरसा गांव में हुई थी. इनकी शादी एक ही परिवार के रोहित और विपिन के साथ हुई थी. कंचन और उसके पिता ने बताया कि शादी के बाद इन्हें खूब दान दहेज दिया था. एक स्कार्पियो गाड़ी भी दहेज में दी थी. बावजूद इसके विपिन दहेज में एक बुलेट बाइक के अलावा 35 लाख रुपये नगद मांग रहा था. किसी बात को लेकर विपिन और निक्की में गुरुवार की रात झगड़ा हुआ था. इस दौरान विपिन ने पहले तो निक्की को बुरी तरह से पीटा और फिर पेट्रोल डालकर जला दिया.

कंचन ने ही पहुंचाया था अस्पताल

कंचन ने बताया कि आग की लपटों से घिरी बहन को उसने बड़ी मुश्किल से बचाया और पड़ोसियों की मदद से उसे अस्पताल ले आई. जहां डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद बड़े अस्पताल के लिए रेफर कर दिया. आखिर में उसे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. इस घटना के विरोध में लोगों को जबरदस्त आक्रोश है. रविवार को ग्रामीणों ने ग्रेटर नोएडा के कासना थाने का घेराव भी किया. पुलिस से सभी आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की. चेतावनी दी कि 24 घंटे में गिरफ्तारी नहीं होने पर वह परी चौक पर जाम लगाएंगे.