प्रयागराज में मनरेगा ऑनलाइन हाजिरी घोटाला, मजदूरों की जगह योग करते युवाओं की तस्वीरें

प्रयागराज में मनरेगा योजना में व्याप्त भ्रष्टाचार उजागर हुआ है. मनरेगा की ऑनलाइन हाजिरी में मजदूरों की जगह योग करते युवकों की तस्वीरें अपलोड कर दी गई हैं. मस्टर रोल में भी कई जगह चेहरे दोहराए गए हैं. वहीं, अधिकारियों ने जांच का आश्वासन दिया है.

मनरेगा योजना में फर्जी हाजिरी का खेल (फाइल फोटो)

प्रयागराज में मनरेगा योजना की ऑनलाइन हाजिरी में बड़े पैमाने पर धांधली सामने आई है. मनरेगा में धांधली रोकने के लिए तकनीकी व्यवस्था लाई गई थी लेकिन अब भ्रष्ट अधिकारियों के सामने वह भी बौनी हो गई है. दरअसल, मनरेगा मजदूरों की ऑनलाइन हाजिरी की जगह योग करते युवाओं की तस्वीरें अपलोड कर दी गई हैं. कौड़िहार ब्लॉक के जगदीशपुर गांव में यह घोटाला हुआ है.

मनरेगा के तहत गरीब मजदूरों को हर साल 100 दिन की गारंटीड मजदूरी मिलती है. ग्रामीण क्षेत्रों में गरीब मजदूरों के हर परिवार को हर साल 100 दिन की गारंटीड मजदूरी आधारित काम देने के लिए मनरेगा (महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना) लाई गई थी. मामला उजागर होने पर अधिकारियों ने जांच का आश्वासन दिया है और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की बात कही है.

40 की ऑनलाइन हाजिरी लेकिन चेहरे सिर्फ 10

सरकार की ओर से मनरेगा में भ्रष्टाचार रोकने, पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए मस्टर रोल, जॉब कार्ड और सोशल ऑडिट जैसी ऑनलाइन व्यवस्था की गई है. हालांकि प्रयागराज में यह व्यवस्था किस तरह मजाक बन गई, इसकी एक झलक तब देखने को मिली जब श्रमिकों की ऑनलाइन हाजिरी के मस्टर रोल में काम कर रहे श्रमिकों की फोटो की जगह योग दिवस पर योग करते युवकों की फोटो अपलोड कर दी गई.

कौड़िहार ब्लॉक के जगदीशपुर गांव में इंटरलॉकिंग कार्य के श्रमिकों की जगह ये फोटो अपलोड कर दी गई. यह सिलसिला यहीं नहीं रुका, मस्टर रोल में जिन श्रमिकों की हाजिरी दर्ज की गई है, उनके चेहरे भी कई जगह दोहराए गए हैं. कौड़िहार के जगदीशपुर चंदन गांव में नाला खुदाई में 40 श्रमिकों की ऑनलाइन हाजिरी दिखाई गई. इनकी हाजिरी 1432 से 1435 तक के चार मस्टर रोल में दर्ज थी. जबकि, चेहरे सिर्फ 10 श्रमिकों के थे.

मनरेगा उपायुक्त ने दिया जांच का आश्वासन

इनमें कुछ नाबालिग भी दिख रहे हैं. हर मस्टर रोल में महिला श्रमिकों के नाम भी थे, लेकिन तस्वीर में एक भी महिला नहीं दिखी. मऊआइमा ब्लॉक के जमुई गांव में चल रहे संपर्क मार्ग के निर्माण में मस्टर रोल संख्या 1120 और 1121 में कुल 13 मजदूरों में नौ महिलाएं दर्शाई गई हैं. लेकिन फोटो में सिर्फ चार हैं. यानी बाकी महिलाओं के नाम का ही इस्तेमाल किया जा रहा था.

यह मामला प्रयागराज में मनरेगा उपायुक्त गुलाब चंद्रा के संज्ञान में भी आया है. मामला सामने आने के बाद उन्होंने कहा कि फोटो अपलोड करने या हाजिरी में डाटा फीडिंग में जो कमियां सामने आई हैं, उनकी जांच कराई जाएगी. दोषियों पर कार्रवाई भी होगी. हाजिरी भरने की जिम्मेदारी रोजगार सेवक या महिला मेट की होती है. अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी और बीडीओ इसकी समीक्षा करते हैं.