टिकट काउंटर पर लंबी कतारों से छुटकारा! अब प्लेटफॉर्म पर चलते-फिरते TTE से खरीद सकेंगे टिकट
रेल यात्रियों के लिए एक अच्छी खबर है. अब उन्हें टिकट काउंटर पर लंबी-लंबी कतार में खड़े होने से छुटकारा मिलेगा. रेलकर्मी प्लेटफॉर्म पर फेरीवालों की तरह घूम-घूमकर यात्रियों के लिए अनारक्षित टिकट बनाएंगे. उत्तर रेलवे ने यात्रियों की सुविधा के लिए एम-यूटीएस शुरू करने का फैसला किया है.
उत्तर रेलवे ने यात्रियों की सुविधा के लिए मोबाइल अनारक्षित टिकटिंग सिस्टम (एम-यूटीएस) शुरू करने का फैसला किया है. इसके तहत प्लेटफॉर्म पर ही यात्रियों को अनारक्षित टिकट मिल सकेंगे. यह सुविधा खासकर दशहरा, दीपावली और छठ जैसे त्योहारी सीजन में यात्रियों के लिए वरदान साबित होगी, जब स्टेशनों पर भीड़ बढ़ जाती है.
यह सुविधा पहले चरण में चारबाग, अयोध्या, प्रयागराज और वाराणसी स्टेशनों पर शुरू की जाएंगी. उत्तर रेलवे के वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक (सीनियर डीसीएम) कुलदीप तिवारी ने बताया कि चारबाग, अयोध्या और वाराणसी स्टेशनों पर 10-10 एम-यूटीएस मशीनें और प्रयागराज जंक्शन पर 5 मशीनें उपलब्ध कराई जाएंगी.
कुंभ और राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के समय हुआ प्रयोग
इसके तहत एम-यूटीएस मशीनें रेलकर्मियों को सौंपी जाएंगी, जो यूनिफॉर्म में प्लेटफॉर्म पर यात्रियों के लिए टिकट बनाएंगे. इस सुविधा का प्रचार-प्रसार बैनर और पोस्टर के जरिए किया जाएगा, ताकि अधिक से अधिक यात्री इसका लाभ उठा सकें. यह व्यवस्था यात्रियों को काउंटर पर लंबी कतारों में खड़े होने की परेशानी से बचाएगी.
इससे पहले एम-यूटीएस का प्रयोग अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के बाद श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए लागू किया गया था, जिसके शानदार परिणाम मिले. इसी तरह प्रयागराज में कुंभ मेले के दौरान भी एम-यूटीएस के जरिए टिकट बनाए गए थे. इससे न केवल यात्रियों को सुविधा हुई, बल्कि रेलवे को भी अच्छा राजस्व प्राप्त हुआ.
क्या है एम-यूटीएस प्रयोग?
मोबाइल अनारक्षित टिकटिंग सिस्टम यानी एम-यूटीएस एक हल्का और पोर्टेबल उपकरण है. आप रोडवेज बसों में यात्रा करेंगे तो वहां ऐसे टिकट बनाने वाली मशीन देख सकते हैं. हालांकि, यह एक वायरलेस डिवाइस की तरह होगा. साथ ही इसमें यूपीआई के जरिए भुगतान करने की भी सुविधा होगी.
त्योहारी सीजन को देखते हुए उत्तर रेलवे ने यात्रियों की सुविधा के लिए यह कदम उठाया है. ये सुविधा 24 घंटे यात्रियों की मदद के लिए तैनात रहेंगे. इससे यात्रियों को बड़ी राहत मिलेगी. इस कदम से न केवल यात्रियों का समय बचेगा, बल्कि टिकट खरीदने की प्रक्रिया भी आसान और त्वरित होगी.