हिंदू समुदाय एकदम से दब गया है… हाउस अरेस्ट के बीच राजा भैया के पिता का बड़ा बयान
यूपी के कुंडा से विधायक राजा भैया के पिता राजा उदय प्रताप सिंह को पुलिस ने मुहर्रम को लेकर नजरबंद कर रखा है. उन्हें उनके ही महल में हाउस अरेस्ट किया गया है. इस बीच उनका एक बयान सामने आया है. उन्होंने कहा है कि हिंदू समुदाय को दबाया जा रहा है. देश में हिंदुओं की स्थिति बांग्लादेश के हिंदुओं जैसी होने वाली है.

प्रतापगढ़ के कुंडा से विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया के पिता राजा उदय प्रताप सिंह को पुलिस ने मुहर्रम के लिए नजरबंद कर दिया है. पुलिस ने शनिवार को उदय प्रताप सिंह समेत 13 लोगों को 40 घंटे के लिए नजरबंद किया है. इस बीच राजा भैया के पिता ने रविवार को महल के अंदर से प्रशासन पर निशाना साधते हुए बड़ा बयान दिया है. इस दौरान उन्होंने देश में हिंदुओं की स्थिति की तुलना बांग्लादेश के हिंदुओं से की.
राजा भैया के पिता राजा भैया उदय प्रताप सिंह ने मुहर्रम के दिन भंडारा आयोजित न करने पर नाराजगी जताई. इसके साथ ही उन्होंने प्रशासन और एक समुदाय विशेष पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि प्रशासन और सरकार उनका दबाव मानती है, प्रशासन उस समुदाय की बात सुनता है जिसका दबाव होता है. क्योंकि दूसरी तरफ से कोई दबाव नहीं होता. हमारा दस साल का भंडारा बंद हो गया. भारत में हिंदुओं की स्थिति बांग्लादेश के हिंदुओं जैसी होने वाली है.
हिंदू समुदाय पूरी तरह से दबा हुआ है
उदय प्रताप सिंह ने कहा, ‘कोर्ट के जरिए धार्मिक द्वारों पर रोक के बावजूद प्रशासन एक समुदाय के दबाव में काम कर रहा है. इससे हिंदू समुदाय पूरी तरह से दबा हुआ है. भारत में हिंदुओं की हालत बांग्लादेश के हिंदुओं जैसी होने जा रही है, इसमें मुझे कोई संदेह नहीं है. पिछले साल जब मैंने शेखपुर गांव का गेट बंद करवाया था तो उन्होंने 500 मीटर दूर माझिल गांव में दूसरा गेट लगवा दिया और प्रशासन ने इसकी अनुमति भी दे दी.’
राजा भैया के पिता के बयान ने सियासी पारा गरमा दिया है. उन्होंने प्रशासन पर एकतरफा कार्रवाई करने का आरोप लगाया. मोहर्रम के जुलूस को लेकर प्रशासन ने कल सुबह से ही राजा उदय प्रताप को नजरबंद कर दिया है. मोहर्रम का जुलूस खत्म होने के बाद ही वह अपने महल से बाहर आ सकेंगे. मोहर्रम को सकुशल संपन्न कराने के लिए पुलिस प्रशासन ने राजा उदय प्रताप समेत 13 लोगों को नजरबंद किया है. जबकि कुंडा में पुलिस ने 650 लोगों के खिलाफ कार्रवाई की है.
लगातार 8वीं बार उदय प्रताप सिंह नजरबंद
मोहर्रम के दिन राजा उदय प्रताप भंडारे के आयोजन की घोषणा करते हैं. जिसके चलते उनके खिलाफ नजरबंदी की कार्रवाई की जाती है. क्योंकि प्रशासन मोहर्रम का जुलूस और भंडारा एक साथ नहीं निकालने देता. प्रशासन का मानना है कि इससे सांप्रदायिक तनाव पैदा होने की आशंका है. 2016 से अब तक प्रशासन लगातार 8 बार उदय प्रताप सिंह को नजरबंद कर उनके खिलाफ कार्रवाई कर चुका है.



