पहले राधा रानी, अब मां रुक्मणि के लिए कथा वाचक ने कह दी गंदी बात; वृंदावन में आक्रोश
कथावाचक डॉ. संजय कृष्ण सलिल ने मां रुक्मिणी पर अभद्र टिप्पणी कर धार्मिक विवाद खड़ा कर दिया है. उन्होंने भागवत कथा के दौरान रुक्मिणी हरण प्रसंग को अनुचित ढंग से प्रस्तुत किया. इसे सुनकर संत समाज को आक्रोशित कर दिया है. साध्वी योगेश्वरी देवी सहित कई संतों ने इसे व्यासपीठ की मर्यादा के खिलाफ बताते हुए कड़ी निंदा की है और कानूनी कार्रवाई की मांग की है.

देवी देवताओं के खिलाफ अभद्र टिप्पणी के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे. हालतक राधा रानी पर अभद्र टिप्पणी कर कथा वाचक प्रदीप मिश्रा सुर्खियों में थे. अब डॉ. संजय कृष्ण सलिल ने मां रुक्मणि के लिए अभद्र बयान दिया है. वृंदावन में आयोजित एक कथा के दौरान दिए गए उनके इस बयान पर साधु संतों में जबरदस्त आक्रोश है. साधु संतों ने उन्हें जूतों की माला पहनाकर सत्कार करने की बात कही है.
कथा वाचक डॉ. संजय कृष्ण सलिल के प्रवचन का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है. इस वीडियो में वह श्रद्धालुओं को श्रीमद्भागवत के रुक्मणि हरण प्रसंग कह रहे हैं. इस दौरान वह अभद्र तरीके से कथा प्रस्तुत करते हुए मां रुक्मणि के लिए अपशब्दों का इस्तेमाल करते नजर आ रहे हैं. वह कहते हैं कि ‘भगवान रुक्मणि के मन में आए और कहा कि वह हरण करने आए हैं, बताओ कहां मिलोगी, बागीचे में या जीबी रोड पर’.
योगेश्वरी देवी ने किया पलटवार
इनके इस बयान को साधु समाज ने जोरदार निंदा की है. संतो ने डॉ. संजय कृष्ण के इस बयान को व्यासपीठ की मर्यादा के खिलाफ बताया है. कहा कि भगवान कृष्ण की नगरी में इस प्रकार किसी कथा व्यास द्वारा भगवान की पटरानी के खिलाफ अभद्र टिप्पणी बेहद अशोभनीय है. इनके इस बयान पर साध्वी योगेश्वरी देवी ने पलटवार किया है. कहा कि कथा वाचकों द्वारा व्यास पीठ से इस प्रकार अभद्र टिप्पणी किसी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जा सकता.
सलिल का हो जूतों की माला से स्वागत
साध्वी योगेश्वरी देवी ने इस बयान पर डा. सलिल का जूतों की माला पहना कर जोरदार स्वागत करने की सलाह दी है. उन्होंने कहा कि इन कथा वाचकों की वजह से समाज में गलत संदेश जा रहा है. वहीं साध्वी प्रिया किशोरी ने डॉ. सलिल के बयान पर नाराजगी जताते हुए कहा कि इस कथा वाचक की बुद्धि भ्रष्ट हो गई है. उन्होंने सवाल उठाया कि ऐसे कथा वाचकों को कौन बढ़ावा दे रहा है. इनके खिलाफ तो कानूनी कार्रवाई करते हुए जेल में डाला जाना चाहिए.