आधी रात को इमरान मसूद के घर क्यों पहुंची पुलिस फोर्स? बरेली में ‘I Love Mohammad’ विवाद पर हुई हिंसा से है कनेक्शन
26 सितंबर को बरेली में नमाज के बाद हिंसा भड़क गई. स्थिति को काबू में करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा. हिंसा का आरोपी मौलाना तौकीर रजा के 38 दुकानों पर बुलडोजर चलाने की तैयारी है. इस बीच आधी रात को इमरान मसूद के घर पुलिस पहुंच गई. दरअसल, वह बरेली में हुई हिंसा के मद्देनजर बरेली जाने वाले थे.
बरेली में ‘आई लव मोहम्मद’ को लेकर हुई हिंसा मामले में पुलिस का एक्शन जारी है. मौलाना तौकीर रजा समेत अब तक 72 गिरफ्तारियां हो चुकी हैं. यूपी सरकार की इस कार्रवाई से राजनीतिक हलकों में भी तनाव बढ़ गया है. इस बीच कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ओर उनके करीबी सपा MLC शाहनवाज खान आज यानी 1 अक्टूबर को बरेली जाने वाले थे. ऐसे में स्थिति को देखते हुए दोनों के बरेली निकलने से पहले ही सहारनपुर में दोनों के घर पर पुलिस की टुकड़ियां तैनात कर दी गईं.
अब इमरान मसूद ने पुलिस के इस कदम पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि बरेली मामले पर एक तरफा कार्रवाई हो रही है. हमें सिर्फ अधिकारियों से मिलने बरेली जाना था. फतेहपुर में मजार पर जो अराजकता हुई थी उसपर तो कोई कार्रवाई नहीं हुई. हमें तो घर से निकलने नहीं दिया जा रहा है. हम पर ही बुलडोजर चलाया जाएगा.
इमरान मसूद ने पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाए
इमरान मसूद ने बरेली मामले पर हुई कार्रवाई पर भी सवाल उठाया है. उनके मुताबिक उत्तर प्रदेश में सरकार चुनिंदा कार्रवाई कर रही है. अगर कोई थाने में बैठकर हनुमान चालीसा पढ़ता है या भजन गाता है, तो उसपर कोई कार्रवाई नहीं होती. लेकिन अगर कोई पोस्टर लेकर सड़क पर खड़ा हो जाए, तो उसके खिलाफ तुरंत कार्रवाई कर दी जाती है. तौकीर रजा पर हुई कार्रवाई को भी गलत ठहराते हुए उन्होंने कहा कि वहां कुछ भी नहीं था, बस हाथ में पोस्टर थे. हंगामा मचाने के लिए जानबूझकर लाठीचार्ज किया गया. इससे पुलिस के टार्गेट पर कौन है साफ पता चल रहा है.
मुस्लिम समुदाय को भी दी नसीहत
कांग्रेस सांसद ने मुस्लिम समुदाय को भी नसीहत देते हुए कहा कि मुसलमानों को मोहब्बत का दिखावा करने की जरूरत नहीं है. अल्लाह और पैगंबर के लिए मोहब्बत उनके दिलों में है. उन्हें यह समझना चाहिए कि सरकार उन्हें निशाना बनाना चाहती है. ऐसे में उन्हें खुद को निशाना बनाने का कोई मौका नहीं देना चाहिए.
25 सितंबर को भड़क गई थी हिंसा
बता दें 26 सितंबर को बरेली में नमाज के बाद हिंसा भड़क गई. स्थिति को काबू में करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा. हिंसा का आरोप मौलाना तौकीर रजा और उनके सहयोगियों पर लगा. फिलहाल, मौलाना तौकीर रजा को गिरफ्तार कर लिया गया है. बरेली मुख्य बाजार में उनके अवैध दुकानों पर भी बुलडोजर चलाए जाने की तैयारी चल रही है. इसके लिए बरेली नगर निगम ने भारी सुरक्षाबलों की मौजूदगी में मुख्य बाजार के 40 से ज्यादा अवैध दुकानों को सील कर दिया है.
बरेली मामले में SIT गठित
बरेली हिंसा मामले में SSP अनुराग आर्य ने SIT का गठन भी कर दिया है. SP सिटी के नेतृत्व में गठित इस SIT में 3 सीओ और 14 इंस्पेक्टर शामिल हैं, जो हिंसा की जांच कर पूरी रिपोर्ट सरकार को सौंपेगे. पुलिस के मुताबिक पूछताछ में हिंसा के आरोपी नदीम ने खुलासा कि मौलाना तौकीर रजा अपना राजनीतिक रसूख दिखाने लिए ये साजिश रची थी.