इनका ठीक से ट्रीटमेंट कराता हूं… गालीबाज लड़कियों को एसपी की खरी-खरी, कोर्ट में पेश कर भेजा जेल

संभल पुलिस ने अश्लील भाषा का इस्तेमाल करते हुए रील बनाने वाली तीन लड़कियों और उनके एक साथी को अरेस्ट कर लिया है. एसपी ने लड़कियों को कड़ी चेतावनी दी और उनके "ठीक से ट्रीटमेंट" की बात कही है. ये लड़कियां गरीबी से जूझ रहे परिवार से हैं और सोशल मीडिया पर लोकप्रियता और पैसे कमाने के लिए ये रील्स बनाती थीं.

संभल एसपी ऑफिस में पेश हुईं गालीबाज लड़कियां

संभल में गालीबाज पापा की परियों को पुलिस ने जेल पहुंचा दिया है. जल्द पैसा कमाने और सोशल मीडिया पर फॉलोवर्स बढ़ाने की चाहत में ये लड़कियां अश्लील भाषा का इस्तेमाल करते हुए रील बना रही थीं और सोशल मीडिया में अपलोड कर रही थीं. इस वीडियो पर संभल के एसपी कुष्ण बिश्नोई ने खुद संज्ञान लिया और इन्हें अरेस्ट कर जेल भिजवा दिया है. जेल भेजने से पहले इन लड़कियों की एसपी ऑफिस में भी पेशी हुई. जहां एसपी कृष्ण बिश्नोई ने इन्हें कड़ी चेतावनी दी.

इस पेशी का एक वीडियो भी सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है. इसमें एसपी इन लड़कियों का ठीक से ट्रीटमेंट कराने की बात कह रहे हैं. यहां से इन लड़कियों को कोर्ट ले जाया गया, जहां वकीलों ने भी इनके ऊपर खूब कटाक्ष किया. लोग इन्हें सुना सुनाकर कह रहे थे कि यह वही गंदी परी महक है, जो सोशल मीडिया में गाली बकती थी. बावजूद इसके, इन लड़कियों के चेहरे पर कोई शिकन नहीं था. लोगों की कटाक्ष सुनकर भी यह लड़कियां मुस्कराती नजर आईं.

दो सगी बहनों समेत चार गिरफ्तार

पुलिस के मुताबिक गालीबाज लड़कियां महक और उसकी बहन मेहरूल निशा उर्फ परी असमोली शहबाजपुर कलां की रहने वाली हैं. वहीं इनके साथ पकड़ी गई गई एक लड़की अमरोहा के जोया निवासी हिना है. वहीं उसका साथी भवालपुर निवासी जर्रार है. पुलिस ने इन चारों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. पुलिस ने बताया कि ये लड़कियां आपत्तिजनक और अश्लील भाषा का प्रयोग करते हुए रील बनाती थी और उसे इंस्टाग्राम पर डालती थीं.

पहले मजदूरी करते थे पिता


इन लड़कियों के गांव वालों ने बताया कि ये बेहद गरीब परिवार से संबंध रखती हैं. पहले इनके पिता मेहनत मजदूरी करते थे. बाद में इन लड़कियों ने अश्लील वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डालना शुरू किया. इससे ये मशहूर तो हुई हीं, इनके पास पैसा भी खूब आने लगा. इसके बाद इनके पिता ने भी मेहनत मजदूरी का काम छोड़ दिया है. गांव वालों के मुताबिक इन्हें कुछ लोगों ने समझाने का प्रयास किया था, लेकिन इन लड़कियों ने उल्टा उन्हीं लोगों को फर्जी मुकदमे में फंसाने की धमकी देकर चुप करा दिया.