सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर का नगीना सांसद पर विवादित टिप्पणी, चंद्रशेखर के समर्थकों में नाराजगी; कार्रवाई की मांग

सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर डोली शर्मा ने भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद पर विवादित बयान दिया है. उन्होंने चंद्रशेखर पर "आई लव मोहम्मद" जैसे मुद्दों पर प्रतिक्रिया देने, लेकिन दलित उत्पीड़न पर चुप्पी साधने का आरोप लगाया. इस बयान से चंद्रशेखर के समर्थकों में भारी नाराजगी है.

डोली शर्मा का चंद्रशेखर आज़ाद पर विवादित बयान

सोशल मीडिया पर अपनी बेबाक शैली के लिए पहचान बनाने वाली इन्फ्लुएंसर डोली शर्मा इन दिनों सुर्खियों में हैं. उन्होंने भीम आर्मी चीफ और नगीना से सांसद चंद्रशेखर आज़ाद को लेकर एक वीडियो बयान जारी किया, जिसके बाद राजनीतिक और सोशल मीडिया माहौल में गर्माहट बढ़ गई है.

बागपत के निनाना गांव की रहने वाली डोली शर्मा ने सांसद को ‘नीला कबूतर’ शब्द से संबोधित किया है. साथ ही अपने बयान में आरोप लगाया कि चंद्रशेखर धार्मिक मुद्दों पर जल्दी प्रतिक्रिया देते हैं, जबकि दलित समुदाय से जुड़े कई गंभीर सवालों पर उनकी चुप्पी दिखाई देती है. डोली का बयान विवाद का केंद्र बन गया है.

‘दलित उत्पीड़न पर उनकी आवाज़ धीमी रहती है’

डोली शर्मा ने कहा कि चंद्रशेखर ‘आई लव मोहम्मद’ जैसे बयानों पर खुलकर सामने आते हैं, लेकिन दलित उत्पीड़न, अशोक स्तंभ और संवैधानिक अधिकारों से जुड़े मुद्दों पर उनकी आवाज़ धीमी रहती है. चंद्रशेखर के समर्थकों ने इसे आपत्तिजनक बताते हुए सोशल मीडिया पर विरोध शुरू कर दिया है.

सांसद के समर्थकों ने डोली शर्मा के खिलाफ कार्रवाई की मांग भी उठाई है. इन लोगों का आरोप है कि उनकी भाषा अनावश्यक विवाद और तनाव पैदा करती है. हालांकि चंद्रशेखर आज़ाद की ओर से या उनकी संगठन की ओर से इस बयान पर अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है.

सोशल मीडिया पर भी इस मुद्दे को लेकर बहस जारी

इस घटना को राजनीतिक हलकों में आगामी चुनावी माहौल से जोड़कर देखा जा रहा है. सोशल मीडिया पर भी इस मुद्दे को लेकर बहस जारी है. जहां एक पक्ष इसे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता बता रहा है, तो दूसरा इसे व्यक्तिगत मानहानि के दायरे में मानते हुए कार्रवाई की मांग कर रहा है.

सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर डोली शर्मा की फैन फॉलोइंग फेसबुक और इंस्टाग्राम पर करोड़ों में बताई जाती है. वह अक्सर सामाजिक, राजनीतिक और सामयिक मुद्दों पर अपने वीडियो साझा करती हैं, जिनमें उनकी तीखी भाषा और स्पष्ट रुख उन्हें चर्चा में बनाए रखते हैं. अब देखना होगा कि यह विवाद क्या रूप लेता है.