गाजीपुर में 7.5 लाख संदिग्ध वोटर… UP इलेक्शन कमीशन ने DM को भेजी रिपोर्ट

यूपी के गाजीपुर में संदिग्ध वोटरों को लेकर एक एक चौंकाने वाली रिपोर्ट सामने आई है. राज्य निर्वाचन आयोग ने गाजीपुर के जिलाधिकारी को एक रिपोर्ट भेजी है, इसमें जिलेभर में 7.5 लाख वोटरों को संदिग्ध करार दिया गया है. वहीं इसे लेकर सपा सांसद धर्मेन्द्र यादव का भी बयान सामने आया है.

DM गाजीपुर

यूपी में पंचायत चुनावों को लेकर कुछ ही वक्त बचा है, ऐसे में गाजीपुर में वोटरों की संख्या को लेकर राज्य निर्वाचन आयोग ने ऐसी रिपोर्ट साझा की है, जिसे काफी चौंकाने वाला माना जा रहा है. इलेक्शन कमीशन ने DM को एक रिपोर्ट सौंपी है, जिसमें जिलेभर में 7.5 लाख वोटरों को संदिग्ध बताया गया है. ये रिपोर्ट सामने आने के बाद कई दलों में अंदरखाने हलचल बढ़ती हुई दिखाई दे रही है.

राज्य निर्वाचन आयोग ने सस्पेक्टेड वोटरों की जो लिस्ट जिला प्रशासन को सौंपी है, इसके बाद प्रशासन ने इसे पब्लिश कराते हुए ये जांच कर रहा है कि आखिर इतनी बड़ी तादाद में संदिग्ध वोटर कौन लोग हैं.

होगा वेरिफिकेशन

इलेक्शन कमीशन ने गाजीपुर के 16 ब्लॉकों की 1238 ग्राम पंचायतों में 750952 वोटो की एक लिस्ट जिला प्रशासन को भेजी है, जो कुल 2906051 मतदाताओं के सापेक्ष करीब 26 फीसदी हैं. वहीं अब इन वोटरों के वेरिफिकेशन के लिए सभी विकास खंडों में नोडल अधिकारियों को नामित किया गया है. इन नोडल अधिकारियों की निगरानी में 1783 बीएलओ इसकी जांच करेंगे और रिपोर्ट जिला प्रशासन को सौंपेंगे.

धर्मेंद्र यादव ने उठाए सवाल

वही इसे लेकर आजमगढ़ से सपा सांसद धर्मेंद्र यादव कमीशन की मंशा पर सवाल खड़े कर रहे है. उनका कहना है कि गाजीपुर में 7 विधानसभा सीटें हैं, ऐसे में प्रत्येक विधानसभा में लगभग 1 लाख ऐसे वोटर है जो सस्पेक्टेड है. पहले इन वोटरों को संदिग्ध बताया जाएगा फिर समाजवादियों के 7.5 लाख वोट काट दिए जाएंगे.

धर्मेंद्र यादव