निषाद पार्टी के MLA पर अल्पसंख्यक की जमीन कब्जाने का आरोप, पीड़ित ने CM से की शिकायत

यूपी के जौनपुर से निषाद पार्टी के MLA रमेश सिंह पर एक अल्पसंख्यक समाज के शख्स की जमीन कब्जाने के आरोप लगे हैं. पीड़ित की मानें तो विधायक के 2 दर्जन लोग JCB लेकर उसके यहां दाखिल हुए और फिर उन लोगों ने पीड़ित के साथ मारपीट की. इसके बाद उसकी बाउंड्री वॉल भी गिरा दी गई.

पीड़ित ने की शिकायत

उत्तर प्रदेश के जौनपुर में शाहगंज से निषाद पार्टी के विधायक रमेश सिंह पर एक अल्पसंख्यक की जमीन कब्जा करने के आरोप लगे हैं. आरोप है कि निषाद पार्टी के MLA रमेश सिंह ने पीड़ित की जमीन कब्जा करने की कोशिश की. हालांकि जब विधायक से इस बारे में बात करने की कोशिश की गई तो उन्होंने सभी आरोपों को गलत बताया है.

पीड़ित ने ये बताया

दरअसल, पूरा मामला जौनपुर के शाहगंज विधानसभा क्षेत्र के पठकौली पूरे आजम गांव का है. इसी गांव के रहने वाले सैय्यद अकबर काजमी का आरोप है कि उनकी जमीन को शाहगंज के निषाद पार्टी के विधायक रमेश सिंह ने फैजान नामक व्यक्ति से गलत तरीके से अपनी पत्नी नीलम सिंह के नाम एग्रीमेंट कराकर कब्जा कर लिया.

पीड़ित का आरोप है कि उसकी जमीन खुटहन रोड पर अयोध्या प्रयागराज हाइवे के किनारे स्थित है. जिसके कुछ हिस्से पर उसका मकान और दुकानें बनी है. जबकि कुछ हिस्से पर खेती होती है. इस मामले को लेकर न्यायालय में मुकदमा भी विचाराधीन है.

JCB से तोड़ दी बाउंड्री वॉल

आरोप है कि MLA के करीब 2 दर्जन लोग वहां जेसीबी लेकर पहुंचे और फिर बाउंड्री वॉल तोड़ दी गई. इसके अलावा वहां लगे CCTV को भी हटा दिया गया. पीड़ित की मानें तो उसे काफी वक्त तक थाने में बिठाकर रखा गया. पीड़ित का आरोप है कि जमीन को कब्जानें में स्थानीय प्रशासन का भी सहयोग रहा. शाहगंज पुलिस पीड़ित और उसके भाइयों को सुबह से शाम तक थाने में रखा गया.

पुलिस ने लिया ये एक्शन

फिर पीड़ित की जमीन पर कब्जा करते हुए नई बाउंड्री वाल खड़ी कर ली गई. इतना ही नहीं आरोप है कि कब्जा कराने के बाद विधायक रमेश सिंह लखनऊ के लिए रवाना हो गए. इसके बाद पुलिस ने पीड़ित और उसके भाइयों के साथ ही विधायक पक्ष से फैजान समेत चार लोगों के खिलाफ भी बीएनएस 170 के तहत शांतिभंग में चालान कर दिया.

थाने से छोड़े जाने के बाद पीड़ित ने एसपी से लेकर मुख्यमंत्री तक न्याय की गुहार लगाई है. पीड़ित का आरोप है कि न्यायालय में विचाराधीन जमीन मामले में हस्तक्षेप करके विधायक ने कब्जा करने की कोशिश की.