बंदरों की उछल- कूद में गिरा ईंटो का ढ़ेर, 5 साल के बच्चे की मौत, एक घायल

यूपी के मुरादाबाद में बंदरों की उछल- कूद के चलते एक बड़ा हादसा हो गया, जिसमें एक मासूस बच्चे की जान चली गई और एक बच्चा घायल हो गया. ये हादसा तब हुआ, जब बच्चे एक घर के पास खेल रहे थे.

SDM ने दिया मदद का भरोसा

यूपी के मुरादाबाद जिले में बंदरों की उछल- कूद के चलते एक दर्दनाक हादसा हो गया. घटना यहीं के मैनाठेर थाना क्षेत्र की है. यहीं के गुर्रेरा गांव में 2 मासूम बच्चे उस वक्त बंदरों की शरारत का शिकार हो गए, जब वे अपने घर के पास खेल रहे थे. इस हादसे में एक बच्चे की तो मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दूसरा बच्चा गंभीर रूप से घायल हो गया.

ऐसे हुआ हादसा

जानकारी के मुताबिक गुर्रेरा गांव में एक मकान के निर्माण का काम चल रहा था. इसी दौरान दो मासूम बच्चे वहां खेल रहे थे. अचानक बंदरों का झुंड आया और मकान के ऊपर रखे सामान के ऊपर कूद- फांद करने लगा. इससे भारी भरकम ईंटों के ढ़ेर और कंक्रीट का मलबा नीचे गिरा और दोनों बच्चे इस मलबे में दब गए. इसे देखकर लोग वहां जमा होने लगे.

लोगों को आते देख बंदर वहां से भाग गए. गांववालों ने जब तक उस मलबे के हटाकर बच्चे को निकाला तब तक बच्चे की जान जा चुकी थी. जबकि दूसरा बच्चा गंभीर रूप से घायल हो गया, जिसे आनन- फानन में एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया.

गांववालों ने ये बताया

हादसे को लेकर गांववालों का कहना है कि गांव में लंबे समय से बंदरों का आतंक है. आए दिन बंदर महिलाओं और बच्चों को परेशान करते हैं. उनका कहना है कि कई बार बंदर लोगों पर हमला भी कर देते हैं. उन्होंने बताया कि कई बार शिकायत करने के बावजूद बंदरों को नियंत्रित करने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है.

SDM ने ये कहा

घटना की जानकारी मिलते ही SDM विनय कुमार सिंह पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे. उन्होंने घटनास्थल का मुआयना किया और मृतक बच्चे के परिजनों से मुलाकात कर उन्हें सांत्वना दी. एसडीएम ने कहा कि यह बेहद दुखद घटना है और पीड़ित परिवार को हरसंभव मदद दिलाई जाएगी.

उन्होंने बताया कि इस परिवार की आर्थिक स्थिति काफी कमजोर है. ऐसे में उन्होंने परिवार को मुख्यमंत्री के विवेकाधीन कोष से आर्थिक सहायता दिलाने की बात कही. इसके अलावा परिवार का अंत्योदय कार्ड और आयुष्मान भारत योजना का लाभ दिलाए जाने की बात कही.