UPSRTC ने बंद किया X पर कमेंट्स, यात्रियों की शिकायतें अब अनसुनी? चैटबॉट ही बचा सहारा

उत्तर प्रदेश परिवहन निगम (UPSRTC) ने अपने X हैंडल पर कमेंट बंद कर दिए हैं, जिससे यात्रियों की शिकायतें अनसुनी रह गई हैं. सोशल मीडिया अपडेट भी रुके. नई एजेंसी ने शिकायतों से बचने के लिए यह कदम उठाया, जिससे निगम की छवि खराब हो रही थी. फिलहाल चैटबॉट ही एकमात्र सहायता है.

UPSRTC ने अपने X हैंडल पर कमेंट बंद कर दिए

उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (UPSRTC) ने सोशल मीडिया पर यात्रियों की आवाज को दबाने का रास्ता अपना लिया है. निगम के आधिकारिक X हैंडल @UPSRTCHQ पर कमेंट का ऑप्शन बंद कर दिया गया है, जिससे शिकायतें और सुझाव सीधे अधिकारियों तक पहुंचना मुश्किल हो गया है.

इसके अलावा, परिवहन विभाग के X अकाउंट @uptransportdept पर सेवाओं से जुड़ी जानकारियों के अपडेट भी ठप हो चुके हैं. 26 सितंबर 2025 के बाद इस हैंडल से कोई पोस्ट नहीं आई है, जबकि पहले दिन में तीन-चार वीडियो और पोस्ट नियमित रूप से शेयर होते थे.

शिकायतों से परहेज, नई एजेंसी ने बदली व्यवस्था

सूत्रों के अनुसार, हाल ही में निगम ने सोशल मीडिया हैंडलिंग के लिए नई एजेंसी हायर की है, जिसने आते ही कमेंट सेक्शन बंद कर दिया. कारण साफ है ‘यात्रियों की शिकायतें बढ़ रही थीं. खराब बसें, मेंटेनेंस की कमी, टाइमिंग में अव्यवस्था जैसे मुद्दों पर कमेंट्स की बाढ़ आ गई थी’. ये शिकायतें सबके सामने आ रही थी, जो निगम की छवि को नुकसान पहुंचा रही थी.

माना जा रहा है कि इसी वजह से ‘यहां शिकायतें करना मना है’ जैसी नीति अपना ली गई. हालांकि, @UPSRTCHQ
पर हाल के दिनों में पोस्टिंग फिर से शुरू हो गई है. 4-5 नवंबर को दुधवा नेशनल पार्क के लिए नई AC बस सेवा, गुरु नानक जयंती की शुभकामनाएं और प्रबंध निदेशक की समीक्षा बैठक जैसे अपडेट शेयर किए गए.

रेलवे से सीखें या नजरअंदाज करें?

हालांकि, X पर कमेंट बंद रहने से यात्रियों को अपनी बात रखने का मौका नहीं मिल रहा है. दिलचस्प बात यह है कि ऐसी ही शिकायतें भारतीय रेलवे के सोशल मीडिया पर भी आती हैं, लेकिन रेलवे ने कमेंट बंद करने की बजाय तत्काल कार्रवाई की व्यवस्था बनाई है. इससे न केवल समस्याओं का समाधान होता है, बल्कि सार्वजनिक विश्वास भी बढ़ता है.

विशेषज्ञों का कहना है कि UPSRTC को भी यही रणनीति अपनानी चाहिए. शिकायतों को सुधार का अवसर मानें, न कि खतरा. तत्कालीन परिवहन आयुक्त बीएन सिंह ने सोशल मीडिया को जनता से जोड़ने का सराहनीय काम किया था. टैक्स, लाइसेंस, परमिट जैसी ऑनलाइन सेवाओं की जानकारी वीडियो के जरिए नियमित अपडेट होती थी.

बीएन सिंह के समय, सभी RTO कार्यालयों को भी हैंडल एक्टिव रखने के निर्देश थे. अफसर खुद वीडियो पोस्ट कर सेवाओं के उपयोग के तरीके बताते थे. लेकिन सिंह के जाने के बाद यह रफ्तार सुस्त पड़ गई. अब परिवहन विभाग का X हैंडल लगभग निष्क्रिय है, जो आमजन के लिए जानकारी का बड़ा स्रोत था.

चैटबॉट बरकरार, लेकिन पर्याप्त नहीं

अच्छी खबर यह है कि परिवहन विभाग ने चैटबॉट सेवा को जारी रखा है. बीएन सिंह द्वारा शुरू की गई यह सुविधा व्हाट्सएप के जरिए उपलब्ध है. नंबर 8005441222 पर मैसेज करके टिकट बुकिंग, रूट जानकारी या अन्य सेवाओं पर मदद ली जा सकती है. लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि चैटबॉट के बावजूद सोशल मीडिया की पारदर्शिता का कोई विकल्प नहीं.

इस मुद्दे पर UPSRTC के जीएम (आईटी) यदुवेंद्र सिंह ने कहा, ‘यात्रियों के सुझाव-शिकायतें हमारे लिए काफी अहम हैं. कमेंट ऑप्शन बंद होने की जानकारी नहीं थी. जल्द से जल्द इस सेक्शन को बहाल करवाया जाएगा.’ उनका यह बयान उम्मीद जगाता है कि निगम जल्द ही सुधार की दिशा में कदम उठाएगा. और सोशल मीडिया फिर से ‘जनता की आवाज’ का मंच बनेगा.