जल्द QR कोड स्कैन करते ही मिल जाएगी प्रॉपर्टी की जानकारी, रजिस्ट्रेशन और रेंट एग्रीमेंट भी
उत्तर प्रदेश में रहने वाले या जमीन खरीदने वाले लोगों को प्रॉपर्टी रजिस्ट्रेशन में आने वाली दिक्कतों ने राहत मिलेगी. सरकार की तरफ से प्रॉपर्टी रजिस्ट्रेशन की दिशा में नए अपडेट किए जाने की तैयारी की जा रही है.

उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से संपति सुधारों को लेकर तेजी से काम करने की योजना बना रही है. किसी प्रॉपर्टी को खरीदकर उसके रजिस्ट्रेशन और उसमें नाम और टाइटल अपडेट के लिए लंबे समय तक इंतजार नहीं करना पड़ेगा. बल्कि, अब इसमें तेजी के लिए नई तकनीकों का इस्तेमाल किया जाएगा. ताकि, 2026 तक प्रॉपर्टी के रजिस्ट्रेशन से जुड़े हुए कामों पर सुधार लाया जा सके. इसके सुधारों के रूप में हर शख्स के प्रॉपर्टी पर उसके पर्सनल क्यूआर कोड की सुविधा दी जाएगी, जिसे स्कैन करके सभी तहर की जरूरी जानकारियों को चेक किया जा सकेगा.
इसके साथ ही बहुत कम लागत में रेंट अग्रीमेंट शुरू करने की तैयारी की जा रही है. उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री रविंद्र जयसवाल ने कहा कि प्रॉपर्टी और इससे जुड़े मामलों में इस तरह के बदलाव सिर्फ देखने के लिए नहीं हैं बल्कि, ये सुधार प्रधानमंत्री के 2047 के विजन से जुड़ा हुआ है. इस तरह के बदलाव करके प्रॉपर्टी से जुड़े मामलों में मौजूदा अव्यवस्था को सही करना है, ताकि इसके खरीदने और बेचने वाले लोगों का भरोसा इस क्षेत्र में बढ़ सके.
क्या है मौजूदा व्यवस्था?
बात करें मौजूदा व्यवस्था तो ऐसा को शख्स जिसने प्रॉपर्टी खरीदा है या फिर वो राजस्व रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज कराना चाहता है तो रिकॉर्ड में आने के लिए अभी उसे लगभग 35-40 दिन तक का इंतजार करना पड़ता है.ऐसे में अगर कोई ऐसा मामला है जिसमें रिकॉर्ड और रजिस्ट्रेशन की तुरंत आवश्यकता है उसमें दिक्कत होती है और विवाद भी बढ़ता है. विवादों के बढ़ने से सरकार और व्यवस्था पर भी दबाव बढ़ता है.
ऐसे में सरकार की तरफ से साफ कहा गया है कि राजस्व अधिकारी रजिस्ट्रेशन के लिए ऑफिस में मौजूद रहेंगे. जो रजिस्ट्रेशन और उससे जुड़े रिकॉर्ड की जांच तुरंत ही करेंगे. उस प्रॉपर्टी के जुड़े व्यक्ति का नाम डॉक्यूमेंट पर अपडेट करेंगे. सभी जानकारी सही तरीके से अपडेट हुई है या नहीं, इसके बारे में प्रॉपर्टी मालिक क्यूआर के जरिए सारी जानकारी ले सकेंगे.