देव दीपावली पर वाराणसी में होटलों के कमरों की कीमत दुबई से भी महंगे, दो घंटे के लिए छोटी सी नाव के 60 हज़ार रूपये!
काशी की देव दीपावली पर इस बार रिकॉर्ड टूट रहे हैं. वाराणसी में होटलों का किराया दुबई से भी महंगा हो गया है, छोटी सी नाव का रेट 60 हज़ार तक पहुंच गया है, जबकि सभी बुकिंग फुल हैं. अनुमान है कि इसपर 20 लाख पर्यटक पहुंचेंगे, जिससे 300 करोड़ रुपये का व्यवसाय होगा.
काशी में देव दीपावली की धूम अभी से देखने को मिलनी शुरू हो गई है, सभी तैयारियां लगभग पूरी हो गई हैं. 5 नवंबर को देव दीपावली पर इस बार पिछले रिकॉर्ड टूट वाले हैं. इस बार प्रशासन की तरफ से 15 लाख दीयों से घाटों को सजाने का लक्ष्य रखा गया है. काशी के चेत सिंह घाट पर लेजर शो का आयोजन होगा.
इसके अलावा गंगा उस पार दीपक जलाने के साथ साथ ग्रीन क्रैकर्स शो का भी आयोजन किया जाएगा. अनुमान है कि इस बार 20 लाख पर्यटक इस दिन काशी पहुंचेंगे. ये रिकॉर्ड सिर्फ पर्यटकों की संख्या या दीयों के लिहाज से ही नहीं बल्कि होटलों और नावों के किरायों तक सब में बनने की संभावना है.
होटलों के टैरिफ़ 400% तक बढ़ा हुआ है
देव दीपावली पर वाराणसी में होटलों के कमरों की कीमत दुबई से भी महंगे हो गए हैं. होटलों के कमरे तीन गुणा ज़्यादा टैरिफ़ पर बिक रहे हैं. वाराणसी के सारे होटल /लॉज/होम स्टे और धर्मशाला फुल हो चुके हैं. वहीं, दो घंटे के लिए छोटी सी नाव के 50 हज़ार रुपये तक किराया पहुंच गया है.
देव दीपावली के दिन होटलों के टैरिफ़ 400% तक टैरिफ़ बढ़ा हुआ है. गंगा किनारे के होटलों में ये सबसे ज़्यादा बढ़ा हुआ है. होटल इंडस्ट्री से जुड़े शैलेश त्रिपाठी बताते हैं कि दुबई में थ्री स्टार होटलों का टैरिफ करीब 8500 रुपये है जबकि देव दीपावली पर वाराणसी में उसी लेवल के होटल आपको 12000 से 15000 के बीच मिलेंगे.
30 से 35 हज़ार वाले बजड़े दो लाख तक
शैलेश त्रिपाठी बताते हैं कि दुबई में पंच सितारा होटल के एक दिन का किराया 15000 से 25000 के बीच है. जबकि देव दीपावली पर उसी स्तर के होटल का टैरिफ़ 30,000 से 35000 के बीच है. वाराणसी टूरिज़्म एसोसिएशन के कोऑर्डिनेटर अजय सिंह बताते हैं कि होटलों के टैरिफ़ में एवरेज 3 गुणा तक की वृद्धि देखने को मिलती है.
शैलेश त्रिपाठी होटलों को केटेगरी वाइज़ बताते हुए कहते हैं कि वाराणसी में करीब करीब 1200 होटल /लॉज /होम स्टे और धर्मशालाएं हैं. यही हाल छोटी नावों और बजड़ों को लेकर भी है. एक चार सदस्यों वाले ग्रुप ने छोटी नाव दो घंटे के लिए 60,000 रूपये में की है. 30 से 35 हज़ार वाले बजड़े दो लाख तक में जबकि बड़ी नावें सवा लाख रूपये में बुक हो रहा है.
भारत की सांस्कृतिक विरासत की झलक
प्रशासन की तरफ से मण्डलायुक्त एस. राजलिंगम ने प्रेस को जानकारी देते हुए बताया कि हमारा अनुमान है कि इस देव दीपावली पर करीब 20 लाख लोग काशी पहुंचेंगे. प्रशासन की तरफ से 15 लाख दियों का लक्ष्य रखा गया है. साथ ही कई संस्थान और स्थानीय लोगों की तरफ से भी बड़ी संख्या में दिए जलाये जाते हैं.
इस वर्ष देव दीपावली में भारतीय सेना के सौर्य पराक्रम को समर्पित ऑपरेशन सिंदूर की भी झलक देखने को मिलेगी. इसके अलावा जाति धर्म अनेक हम सनातनी एक इस थीम को भी दर्शाया जाएगा. वहीं काशी के 84 अलग-अलग घाट में भारत की सांस्कृतिक विरासत और विविधता में एकता की झलक पर्यटक देख सकेंगे.
एक दिन में 300 करोड़ का होगा कारोबार!
अर्थशास्त्री प्रोफेसर अनूप मिश्रा ने बताया कि देव दीपावली पर पिछले तीन साल के आंकड़ों पर गौर करें तो इस एक दिन में वाराणसी में 300 करोड़ का व्यवसाय होता है. उनके अनुसार दस लाख की संख्या पर करीब 150 करोड़ का व्यवसाय इस दिन होता है. अनुमान है कि इस बार 20 लाख पर्यटक पहुंचेंगे तो ये आंकड़ा 300 करोड़ के आसपास बैठेगा.
