‘सावन में VIP दर्शन के लिए न करें अनुरोध… ‘ काशी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन ने की अपील

सावन को लेकर जहां एक तरफ शिवमंदिरों की तैयारियां जोरों पर हैं, तो वहीं काशी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन ने इस महीने में होने वाले दर्शन को लेकर एक अपील की है. मंदिर प्रशासन का कहना है कि सावन में यहां करीब 1.5 करोड़ श्रद्धालुओं के पहुंचने का अनुमान है, इसलिए सबसे अपील है कि VIP दर्शन का अनुरोध न करें.

काशी विश्वनाथ मंदिर Image Credit:

जहां एक तरफ शिवभक्तों को सावन के पवित्र महीने का इंतेजार है. तो वहीं काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं. मंदिर प्रशासन का अनुमान है कि इस बार करीब 1.5 करोड़ श्रद्धालु बाबा विश्वनाथ के दर्शन के लिए आ सकते हैं. ऐसे में मंदिर प्रशासन ने श्रद्धालुओं से एक खास अपील की है. प्रशासन का कहना है कि सावन के महीने में खासतौर से सोमवार को भक्त VIP या स्पर्श दर्शन के लिए अनुरोध न करें क्योंकि भक्तों की भीड़ को देखते हुए इस पर पूरी तरह रोक रहेगी.

जारी किए ये निर्देश

मंदिर प्रशासन के सीईओ विश्वभूषण मिश्रा के मुताबिक मंदिर परिसर में सावन के महीने में वहीं व्यवस्था लागू होगी जो महाशिवरात्रि और महाकुंभ जैसे आयोजनों के दौरान लागू रहती है. उनका कहना है कि श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए बैरिकेडिंग, पंखे, ओआरएस, जलपान और जर्मन हैंगर की व्यवस्था की गई है. इसके अलावा भक्तों को ये सलाह दी गई है कि वे मोबाइल, बेल्ट, स्मार्ट वॉच जैसी चीजें साथ न लाएं, जिससे दर्शन करने में वक्त जाया न हो.

प्लास्टिक रहेगी बैन

मंदिर परिसर में प्लास्टिक की वस्तुएं पूरी तरह से बैन की गई हैं. प्लास्टिक के लोटे में दूध या जल लाना पूरी तरह से मना होगा. ये भी स्पष्ट किया गया कि आरती के टिकट पहले ही बुक हो चुके हैं, लेकिन सुगम दर्शन के टिकट अभी ऑनलाइन उपलब्ध हैं. हालांकि सोमवार के दिन ये टिकट मान्य नहीं होंगे और भक्तों की संख्या अधिक होने पर ये टिकट अपने आप रद्द हो जाएंगे.

इनका पैसा वापस नही किया जाएगा, बल्कि बाबा के चढ़ावे के तौर पर समझा जाएगा. मंदिर प्रशासन का कहना है कि जो श्रद्धालु मंदिर नहीं आ सकते, वे टाटा स्काई और मंदिर के यूट्यूब चैनल के जरिए लाइव दर्शन कर सकते हैं.

नही बढ़े पूजा की थाली के रेट

पूजा की थाली के शुल्क को लेकर भी स्थिति स्पष्ट की गई है. सीईओ के मुताबिक 450 रुपये वाली रुद्राभिषेक की थाली के शुल्क में कोई बढ़ोत्तरी नहीं की गई है. हालांकि वेंडर्स शुल्क बढ़ाने की मांग कर रहे हैं, लेकिन इस पर अभी तक कोई फैसला नहीं लिया गया है.

काशीवासियों के लिए दर्शन की खास व्यवस्था की गई है, जिसके तहत वे सुबह 4 से 5 बजे और शाम 4 से 5 बजे के बीच अपना आधार कार्ड दिखाकर साधे दर्शन कर सकते हैं. प्रशासन की ये कोशिश है कि आने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े.