काशी में नहीं खुलेंगी नॉनवेज की दुकानें, सावन के महीने में बेचने पर होगी एफआईआर

सावन महीने में वाराणसी में नॉनवेज की बिक्री पर रोक लगाने का प्रस्ताव पारित हुआ है. ये कदम कांवड़ यात्रा पर जा रहे भक्तों को सुविधा के लिहाज से उठाया गया है. मंदिरों के आसपास प्लास्टिक बैग पर भी रोक लगाया गया है. नगर निगम इस नियम का सख्ती से पालन करेगा. इसका उल्लंघन करने पर कार्रवाई की जाएगी

सांकेतिक तस्वीर

सावन का महीना 11 जुलाई से शुरू हो गया है. ऐसे में महादेव की नगरी काशी में सावन के महीने में नॉनवेज फ्री बनाए रखने के लिए सदन से प्रस्ताव पारित किया गया. मिनी सदन के सदस्य हनुमान प्रसाद ने सदन प्रस्ताव प्रस्तुत किया है. इसमें सावन के महीने में नगर निगम के एरिया में मीट, मुर्गा और मछली की दुकानों को बंद करने की बात कही गई है. दुकानों के बंद होने से लोगों के दो तरह के विचार सामने आ रहे हैं, जिनमें से कुछ का मानना है कि इस कदम से शिव भक्तों को पूजा-पाठ में सुविधा होगी तो वहीं दुकानदार आर्थिक तौर पर प्रभावित होंगे.

प्रस्ताव के मुताबिक, यदि किसी ने नॉनवेज बेचने की कोशिश की तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. वाराणसी के मेयर अशोक तिवारी ने निर्देश दिया कि सावन के महीने में नॉनवेज की बिक्री पर शत प्रतिशत रोक लगाने वाले इस लिए इस नियम का कड़ाई से पालन किया जाना चाहिए. इसका उल्लंघन करते पकड़ा जाए उसके खिलाफ संबंधित थाने में केस दर्ज कराया जाए.

प्लास्टिक से बने थैले के निर्माण पर रोक

पशु कल्याण अधिकारी संतोष पाल ने बताया गया कि इस आदेश का पूरी तरह से पालन किया जायेगा. अगर कोई इसकी दुकानें खोलता है तो उसके खिलाफ पशु क्रुरता अधिनियम के तहत केस दर्ज किया जाएगा. मिनी सदन के सदस्य सुशील गुप्ता ने मंदिरों के आस-पास प्लास्टिक से बने थैले के इस्तेमाल पर रोक लगाने का प्रस्ताव रखा है. इन इलाकों पर मेयर की ओर से विशेष अभियान चलाए जा रहे हैं. इसमें कपड़े के बने झोले बांटने के निर्देश दिए गए हैं.

मेयर अशोक तिवारी ने बीते साल यहां पर वृक्षारोपण कराए थे. इसमें उन्होंने जीवित पेड़ों के बारे में जानकारी मांगी है. संयुक्त नगर आयुक्त की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, यहां लगाए गए कुल लगे 8 हजार पेड़ों में से 6330 पेड़ जीवित हैं. मेयर ने सभी जीवित पेड़ों के जियोटैग कराने तथा उनकी देखभाल के निर्देश दिये गए.