यूपी पुलिस के सिपाही सचिन यादव ने नीरज चोपड़ा को भी पछाड़ा, जाने कौन हैं?
उत्तर प्रदेश के सचिन यादव ने जेवलिन थ्रो में चौंकाने वाला प्रदर्शन किया है. उन्होंने अपने पहले ही विश्व चैंपियनशिप में ओलंपिक चैंपियन नीरज चोपड़ा को भी पछाड़ दिया है. उनके प्रदर्शन ने सभी को प्रभावित किया. यूपी पुलिस में सिपाही सचिन यादव के जेवलिन थ्रो के प्रति झुकाव की कहानी भी दिलचस्प है.

उत्तर प्रदेश पुलिस के कांस्टेबल सचिन यादव ने जेवलिन थ्रो में शानदार प्रदर्शन किया है. 25 साल के इस एथलीट ने अपने पहले ही वर्ल्ड चैंपियनशिप में सभी को प्रभावित किया. सचिन ने वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप के फाइनल में ओलंपिक मेडलिस्ट नीरज चोपड़ा को पीछे छोड़ दिया. प्रतियोगिता में अपने सबसे अच्छे थ्रो में उन्होंने जेवलिन को 86.27 मीटर दूर फेंका.
हालांकि सचिन यादव फाइनल में चौथे स्थान पर रहे, लेकिन उनके प्रदर्शन ने सभी का दिल जीत लिया. उन्होंने फाइनल में कई दिग्गजों को पीछे छोड़ दिया. वहीं, भारत के स्टार नीरज चोपड़ा आठवें स्थान जबकि पाकिस्तान के अरशद नदीम दसवें स्थान पर रहे. नीरज चौपड़ा को अपना आदर्श मानने वाले सचिन का भाला फेंक में आने का किस्सा भी काफी दिलचस्प है.
यूपी पुलिस में सिपाही, बागपत जिला है घर
जेवलिन थ्रो स्टार सचिन यादव यूपी के बागपत जिले के खेकड़ा के रहने वाले हैं. उनका जन्म 25 अक्टूबर 1999 को हुआ था और वह केवल 25 साल के हैं. उनका वजन करीब 100 किलो और कद-काठी 6 फीट 6 इंच है. सचिन फिलहाल यूपी पुलिस में कांस्टेबल हैं. इससे पहले वह अखिल भारतीय पुलिस एथलेटिक्स चैंपियनशिप में शानदार 84.21 मीटर के थ्रो के साथ गोल्ड मेडल भी जीता था.
तेज गेंदबाज से कैसे बन गए जेवलिन थ्रोअर?
सचिन यादव का बचपन से क्रिकेट की तरफ ज्यादा झुकाव था. वह धीरे-धीरे अपने गांव में बेहतरीन तेज गेंदबाज के रुप में जाने-जाने लगे. इस बीच एक क्रिकेट मैच के दौरान उनके पड़ोसी संदीप यादव की उनपर नजर गई. और यही से उनका जेवलिन थ्रो में नई पारी की शुरूआत हुई. संदीप यादव ने उन्हें तेज गेंदबाजी करते देखा, जिसके बाद उन्होंने सचिन से भाला फेंक में हाथ आजमाने की विचार दिया.
2021 तक 70 मीटर पार नहीं कर पाए थे सचिन
संदीप के बताए रास्ते पर सचिन यादव काफी दिनों तक चलते रहे, उस समय उनकी उम्र करीब 19 साल की थी. वह कई सालों तक बिना किसी मेंटर के जेवलिन थ्रो का प्रयास करते थे. इस बीच उन्हें संदीप ने दिल्ली में राष्ट्रीय भाला फेंक अकादमी में कोच नवल सिंह से मिलवाया. यहां से सचिन की किस्मत पलट गई. वह इसके बाद अपने समर्पण से हर गेम में अच्छा प्रदर्शन करने लगे.
सचिन यादव 2021 तक 70 मीटर की दूरी तक भी जेवलिन थ्रो नहीं कर पाते थे. इस बीच उनके कोहनी का सर्जरी भी हुआ. लेकिन इसके बाद भी सचिन ने हार नहीं मानी और अपना जज्बा नहीं छोड़ा. इसके बाद साल 2023 में उन्होंने 80 मीटर का आंकड़ा पार किया. और आज वह 86.27 मीटर दूर भाला फेंका है. सचिन अब कड़ी मेहनत तक ओलंपिक तक पहुंचने के प्रयास में है, जो जल्द साकार होने वाला है.