हरदोई हत्याकांड: दोस्त की तमंचे वाली तस्वीर से उलझी मर्डर मिस्ट्री, झाड़ियों में मिला था शव
हरदोई जिले में कुछ दिनों पहले एक युवक का शव सड़क किनारे झाड़ियों में पाया गया था. उसके शरीर पर और सर के पास कई सारे चोट के निशान थे. पुलिस को इस मामले में कोई ठोस सबूत हाथ नहीं लगे थे. वहीं, अब मामले में नया मोड़ आया है. मृतक के दोस्त की तमंचे के साथ फोटो वायरल होने के बाद पुलिस ने मामले की फिर से जांच शुरू की है.

उत्तर प्रदेश के हरदोई में आशुतोष नामक युवक की हत्या के मामले में नया मोड़ आया है. उसके दोस्त गोपाल की तमंचे के साथ फोटो वायरल होने के बाद पुलिस ने मामले की फिर से जांच शुरू की है. मृतक के पिता ने गोपाल पर हत्या का आरोप लगाया था. लेकिन पुलिस ने गंभीरता से सुनवाई नहीं की थी. अब परिजनों ने फिर से तमंचे वाली तस्वीर के साथ प्रार्थना पत्र दिया है. पुलिस अधीक्षक ने पूरे मामले की जांच सीओ शाहाबाद को सौंप दी है.
परिजनों का कहना है कि आशुतोष और गोपाल ढाबे पर खाना खाने गए थे, उसके बाद आशुतोष का शव सड़क किनारे झाड़ियों में मिला था. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा था. अब परिवार के लोगों ने मांग की है कि आरोपी दोस्त से फिर से पूछताछ करते हुए मामले की सही तरीके से जांच की जाए. आशुतोष का शव 19 जून को भरखनी ब्लाक के निकट सड़क के किनारे झाड़ियों में पड़ा पाया गया था.
दोनों घर से ढाबे पर खाना खाने के लिए निकले थे
मृतक आशुतोष सिंह हरदोई जिले के पचदेवरा थाना क्षेत्र के अनंगपुर का रहने वाला था. उसके पिता गिरीश सिंह ने बताया कि उनके बेटे आशुतोष का शव 19 जून को भरखनी ब्लाक के निकट सड़क के किनारे झाड़ियों में मिला था. उन्होंने पाली थाने में आशुतोष के दोस्त गोपाल सिंह पर हत्या का आरोप लगाते हुए प्रार्थना पत्र दिया था. आशुतोष की गोपाल से काफी अच्छी दोस्ती थी. वह दोनों लोग घर से ढाबे पर खाना खाने के लिए बात कर गए हुए थे. अगले दिन सुबह आशुतोष का शव झाड़ियां में पाया गया.
दुर्घटना समझ रही थी पुलिस, फिर तमंचे की एंट्री
पाली पुलिस पूरे मामले को दुर्घटना से भी जोड़कर देख रही थी. लेकिन मृतक के पिता के द्वारा दोस्त पर लगाए गए आरोप और दोस्त की तमंचे के साथ तस्वीर पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र के साथ सौंपते मामले में फिर से मोड आ गया है .आरोपी दोस्त की तमंचे के साथ कई तस्वीरें अब सोशल मीडिया पर भी तेजी से वायरल हो रही हैं, जिसमें आरोपी दोस्त सीने पर तमंचा रखे हुए हैं. दूसरी तस्वीर में तमंचा लहरा रहा है और तीसरी तस्वीर में तमंचे की नाल को दांतों से दबाएं हुए हैं.
इन तस्वीरों के सामने आने के बाद आरोपी का अपराधी चेहरा भी सामने आ गया है. परिजनों का कहना है कि पोस्टमार्टम के समय दिए गए प्रार्थना पत्र के आधार पर पाली पुलिस ने न्याय संगत कार्यवाही नहीं की. अब पुलिस अधीक्षक नीरज जादौन को मामले की फिर से जांच कराने के लिए प्रार्थना पत्र दिया है. पुलिस अधीक्षक नीरज जादौन ने बताया कि पूरे मामले की जांच को शाहाबाद को सौंप दी गई है. पुलिस सभी एंगल से जांच करेगी.



