वीडियो बनाया, ब्लैकमेल कर बहनोई ने किया गंदा काम, पत्नी की आपबीती सुन दुबई से लौटे पति के उड़े होश
एक महिला को उसका ही बहनोई लगातार 8 महीने से ब्लैकमेल कर रहा था. दरअसल, उसने नहाते हुए महिला का छिपकर वीडियो बना लिया था. उसी वीडियो को वायरल करने की धमकी देकर महिला के साथ लगातार गंदी हरकत कर रहा था.

मुरादाबाद से एक शर्मनाक घटना सामने आई है जिसने इंसानी रिश्तों को शर्मसार कर दिया है. यहां एक महिला के अपने ही बहनोई ने ऐसा जाल बिछाया कि पूरा परिवार टूटकर रह गया. जानकारी के अनुसार, पीड़िता का पति आठ महीने पहले दुबई नौकरी करने गया था. पति की गैरमौजूदगी में बहनोई घर आया और धीरे-धीरे परिवार में मेलजोल बढ़ाता गया. इसी दौरान उसने एक दिन मौका देखकर बाथरूम में मोबाइल कैमरा लगा दिया. महिला को अंदेशा भी नहीं था कि उसका सबसे करीबी रिश्तेदार दरिंदा बन जाएगा. वह जब नहा रही थी, उसी समय बहनोई ने मोबाइल में वीडियो कैद कर लिया.
आरोपी ने रिकॉर्ड किए हुए वीडियो के जरिए महिला को ब्लैकमेल करना शुरू किया. पहले तो वह वीडियो वायरल करने की धमकी देता रहा और फिर शोषण की मांगें करने लगा. पीड़िता ने अपमान और डर की वजह से कई बार बात को छिपाया, लेकिन आरोपी की हरकतें बढ़ती चली गईं. आठ महीनों तक वह वीडियो के डर से मन ही मन सड़ती रही और बहनोई की गंदी मंशा का शिकार होती रही.
दुबई से लौटा पति और टूटा सन्नाटा
जब महिला का पति नौकरी पूरी कर दुबई से लौटा, तब उसने पत्नी के व्यवहार में बदलाव देखा. पूछने पर पीड़िता रोती हुई सारी सच्चाई बयां कर बैठी. अपनी पत्नी की आपबीती सुनकर पति के पैरों तले जमीन खिसक गई. उसने तुरंत थाने पहुंचकर मामले की शिकायत की. पुलिस ने महिला के बयान दर्ज किए और गंभीर धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर लिया. इसमें आईटी एक्ट और दुष्कर्म की धाराएं शामिल की गई हैं. आरोपी रामपुर जिले के टांडा क्षेत्र का बताया जा रहा है, जो फिलहाल फरार है.
पुलिस जांच तेज, सबूतों की पड़ताल जारी
पुलिस ने बताया कि शिकायत के आधार पर मुकदमा दर्ज किया गया है और मामले की विवेचना जारी है. पुलिस तकनीकी साक्ष्य, मोबाइल डेटा और डिजिटल सबूत जुटा रही है ताकि आरोपी के खिलाफ पुख्ता केस तैयार किया जा सके. पुलिस अधिकारियों के अनुसार, जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसी के अनुसार सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी. ग्रामीण क्षेत्र में इस घटना ने लोगों के अंदर रिश्तों पर भरोसे को हिला दिया है. स्थानीय लोगों का कहना है कि ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई जरूरी है ताकि कोई दूसरा बहनोई या रिश्तेदार विश्वास का हकदार बनकर धोखा न दे सके.