मुरादाबाद में एक साथ दो बदमाश एनकाउंटर में ढेर, दोनों पर दर्ज थे 87 केस; SSP की जैकेट में लगी गोली

मुरादाबाद में एसटीएफ और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में ₹1.5 लाख के इनामी बदमाश आसिफ टिड्डा और दीनू मुठभेड़ में मारे गए. भोजपुर थाना क्षेत्र में हुई इस घटना में एसएसपी सतपाल अंतिल की जैकेट में भी गोली लगी. दोनों हिस्ट्रीशीटर पर हत्या, लूट और डकैती के कुल 87 मामले दर्ज थे.

एनकाउंटर में दीनू और आसिफ टिड्डा मारे गए

मुरादाबाद में एसटीएफ फील्ड यूनिट मेरठ और पुलिस ने सोमवार को दो बदमाशों को एनकाउंटर में मार गिराया है. मारे गए दोनों ही हिस्ट्रीशीटर मेरठ जिले के रहने वाले थे. इनके नाम आसिफ उर्फ टिड्‌डा और दीनू हैं. आसिफ टिड्डा पर 1 लाख रुपये का इनाम और दीनू पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित था. दोनों पर कुल 87 मुकदमे दर्ज थे.

मुरादाबाद के भोजपुर थाना क्षेत्र में गोट रेलवे स्टेशन के पास यह मुठभेड़ हुई. इस दौरान बदमाशों की ओर से फायरिंग में एसएसपी सतपाल अंतिल की जैकेट में एक गोली लगी. वहीं, पुलिस की जवाबी कार्रवाई में दोनों बदमाश गंभीर रूप से घायल हुए थे. बाद में अस्पताल में इलाज के दौरान दोनों को मृत घोषित कर दिया गया.

कार्बाइन, पिस्टल समेत भारी मात्रा में कारतूस बरामद

आसिफ के खिलाफ पश्चिमी उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में लूट, डकैती, हत्या, हत्या का प्रयास, रंगदारी आदि गंभीर अपराधों के 65 मुकदमे और दीनू के खिलाफ 22 मुकदमे दर्ज थे. पुलिस ने आरोपियों के पास से स्विफ्ट कार, कार्बाइन 30 बोर, 3 पिस्टल 32 बोर के अलावा भारी मात्रा में जिंदा और खाली कारतूस बरामद किए हैं.

मेरठ निवासी आसिफ उर्फ टिड्डा पर 1 लाख का इनाम घोषित था. वह मुल रूप से ग्राम कलछीना थाना भोजपुर, गााजियाबाद का रहने वाला था. यह अपने 4 भाई-बहनों में सबसे बडा था. यह बचपन से ही अपराधिक प्रवृत्ति का होने के कारण 8वी तक शिक्षा ग्रहण कर सका. पिता की मृत्यु के बाद यह परिवार के साथ रसीद नगर मेरठ आ गया था.

आसिफ पर 65 से अधिक संगीन मुकदमे दर्ज

इसने अपराधिक प्रवृत्ति के लडके एकत्र कर अपना गैंग बनाकर लूट-पाट की घटना करने लगा. इसके खिलाफ वर्ष-2005 में थाना ब्रहमपुरी मेरठ में चोरी का पहला मुकदमा पंजीकृत हुआ. इसके बाद इस गैंग ने अलीगढ, बुलन्दशहर, हापुड, मु0नगर, मुरादाबाद, सहारनपुर, दिल्ली, हरियाणा राज्यों में भी लूट-पाट व डकैती की घटनाओं को अंजाम दिया गया.

पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक, आसिफ पर 65 से अधिक संगीन मुकदमे दर्ज थे, जिनमें हत्या, लूट, डकैती, अपहरण, रंगदारी, मारपीट और अवैध कब्जा जैसे गंभीर अपराध शामिल थे. उसकी बढ़ती आपराधिक गतिविधियों को देखते हुए वर्ष 2013 में थाना ब्रह्मपुरी, मेरठ पुलिस ने उसे 74A हिस्ट्रीशीटर घोषित किया था.

दीनू पर 22 मुकदमे, 50 हजार का था इनाम

वहीं, मारे गए दीनू का आपराधिक इतिहास भी आसिफ से कम नहीं था. दीनु पुत्र चन्नु उर्फ इलियास मेरठ के ग्राम खिवाई थाना सरुरपुर का रहने वाला था. इसके खिलाफ रतनपुरी, सरुरपुर और कटघर थाने में लूट-पाट, हत्या और अपहरण के कुल 22 मुकदमे दर्ज थे. पुलिस ने दीनू पर 50000 रुपये का इनाम घोषित कर रखा था.