दिल्ली धमाके बाद UP में हाई अलर्ट, जगह-जगह नाकाबंदी; NCR में वाहन चेकिंग के भी निर्देश
दिल्ली में लाल किले के पास हुए कार विस्फोट के बाद उत्तर प्रदेश में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सतर्कता बढ़ाने और फील्ड अधिकारियों को सक्रिय रहने के निर्देश दिए हैं, सभी थानों को सूचित कर नाकाबंदी की जा रही है, संदिग्धों की तलाशी ली जा रही है.
दिल्ली धमाके के बाद उत्तर प्रदेश में हाई अलर्ट कर दिया गया है. सभी थानों को सूचित कर दिया गया है और नाकाबंदी की जा रही है. संदिग्ध व्यक्तियों की आकस्मिक तलाशी ली जा रही है और ज़मीनी खुफिया नेटवर्क का इस्तेमाल किया जा रहा है. संवेदनशील इलाकों में गश्त बढ़ा दी गई है. सभी मेट्रो, रेलवे और बस स्टेशन अलर्ट पर हैं.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सतर्कता बढ़ाने और फील्ड अधिकारियों को सक्रिय रहने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने पुलिस महानिदेशक राजीव कृष्ण को पूरे यूपी में पुलिस फोर्स को हाई अलर्ट पर रखते हुए सघन चेकिंग और सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा है. दिल्ली में लाल किले के पास कार विस्फोट में 13 लोगों की मौत और कई घायल हैं.
थ्रेट असेसमेंट के तहत सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश
पुलिस महानिदेशक राजीव कृष्ण ने प्रदेश के प्रमुख जगहों पर पुलिस को चौकन्ना रहने के निर्देश हैं. एनसीआर में वाहनों की चेकिंग, मेट्रो, रेलवे और बस स्टेशन सहित संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा कड़ी की गई है. लखनऊ कमिश्नर अमरेंद्र सेंगर ने कहा लखनऊ के प्रमुख व्यस्ततम जगह पर चेकिंग के लिए बोला गया है.
सभी जिलों के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी को फील्ड में उपस्थित रहने, भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों, बाजारों, धार्मिक स्थलों में निरीक्षण और पेट्रोलिंग करने के निर्देश हैं. साथ ही महत्त्वपूर्ण प्रतिष्ठानों, धार्मिक स्थलों, भीड़भाड़ वाले स्थानों की सुरक्षा व्यवस्था की पुनः समीक्षा की करने और थ्रेट असेसमेंट के अनुसार सुरक्षा स्तर को तत्काल बढ़ाने को कहा गया है.
खुफिया तंत्र एक्टिव, एटीएस, क्यूआरटी अलर्ट पर
इसके अलावा, वाहनों की चेकिंग, मेट्रो, बस अड्डों, रेलवे स्टेशनों, मॉल और सिनेमा हॉल पर सघन सतर्कता बरतने के निर्देश हैं. एटीएस, क्यूआरटी (Quick Response Teams), बम निरोधक दस्ते और डॉग स्क्वॉड को अलर्ट मोड में रखने और फुट पेट्रोलिंग और एरिया डोमिनेशन बढ़ाने के भी निर्देश दिए गए हैं.
यूपी में सीसीटीवी फ़ीड्स का रीयल-टाइम विश्लेषण करने को कहा गया है. साथ ही स्थानीय ख़ुफ़िया तंत्र और नागरिक सूचना नेटवर्क को सक्रिय कर संदिग्ध व्यक्तियों की तुरंत पहचान करने को कहा गया है. साथ ही यूपी 112 पीआरवी को संवेदनशील स्थानों पर मौजूद रहने के निर्देश हैं.
