करप्शन पर एक्शन: आगरा में दरोगा-कोतवाल पर भारी पड़ी उगाही, CP ने सस्पेंड किए 6 पुलिसकर्मी
आगरा पुलिस में भ्रष्टाचार को लेकर पुलिस कमिश्नर ने बड़ी कार्रवाई की है. लगातार आ रही शिकायतों को देखते हुए उन्होंने पहले हेल्पलाइन नंबर जारी किया और अब उसी हेल्पलाइन पर आई शिकायतों की जांच में दोषी पाए जाने पर छह पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया है. इस जांच में पाया गया है कि दोषी पुलिसकर्मी ना केवल उगाही में लिप्त थे, बल्कि अपराधियों के साथ इनकी साठगांठ भी प्रमाणित हुई है.
उत्तर प्रदेश आगरा पुलिस में सबकुछ ठीक नहीं है. यहां थानों में तैनात पुलिस वाले खुलेआम उगाही कर रहे थे. यहां तक कि अपराधियों से साठगांठ का खेल भी खुले में हो रहा था. आगरा पुलिस कमिश्नर को लगातार इस संबंध में शिकायतें भी आने लगी थी. इन शिकायतों की जांच के बाद अब पुलिस कमिश्नर ने एक झटके में एक कोतवाल और दो दरोगा समेत 6 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है. वहीं पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर किया है. यही नहीं, उन्होंने भ्रष्टाचार के इस पूरे खेल की विभागीय जांच के भी आदेश दिए हैं.
आगरा पुलिस कमिश्नरेट से मिली जानकारी के मुताबिक पुलिसकर्मियों के भ्रष्टाचार की शिकायतें लगातार आने लगीं थी. इसकी वजह से पुलिस कमिश्नर की सुनवाई में फरियादियों की संख्या में इजाफा होने लगा था. हालात को देखते हुए पुलिस कमिश्नर दीपक कुमार ने 30 सितंबर को एक हेल्पलाइन नंबर 7839860813 सार्वजनिक कर दिया. उन्होंने जनता से अपील कर दी कि किसी के साथ ज्यादती हो तो वह इस नंबर पर शिकायत दर्ज करा सकता है.
8 पुलिसकर्मियों पर हुआ कड़ा एक्शन
सात दिनों तक उन्होंने इस नंबर पर आई शिकायतों की मॉनिटरिंग कराई. इसमें पाया गया कि आठ पुलिस कर्मियों की शिकायतें ज्यादा हैं. इसके बाद पुलिस कमिश्नर ने इनके खिलाफ आई शिकायतों की जांच कराई. इसमें सिकंदरा कोतवाल शैलेंद्र सिंह पर रिश्वत लेने का आरोप था. जांच के दौरान यह आरोप सही पाए गए. इसके बाद उन्हें सस्पेंड किया गया. वहीं निबोहरा थाने के दरोगा सुमित राठी और फतेहाबाद थाने के दरोगा ज्ञान प्रकाश पर उगाही के साथ ही अपराधियों से साठगांठ का आरोप था. यह आरोप भी सही पाए जाने पर इन दोनों को भी सस्पेंड किया गया है.
वसूली करते पकड़े गए तीन सिपाही
पुलिस कमिश्नर की जांच में डॉयल 112 पर तैनात हेड कांस्टेबल रिंकू, हरपाल सिंह और संजीव कुमार उगाही करते पाए गए. ऐसे में पुलिस कमिश्नर ने इन तीनों को भी सस्पेंड करते हुए इनके खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दिए हैं. इसी क्रम में उगाही के ही मामले में डॉयल 112 पर तैनात दो सिपाहियों राहुल सिंह कुंतल और अभिलाख को लाइन हाजिर करते हुए इन्हें सस्पेंड करने के लिए इनके मूल जनपद/इकाई (पीएसी) को रिपोर्ट भेजी है.
रोज आ रही 100 शिकायतें
पुलिस कमिश्नर दीपक कुमार के मुताबिक हेल्पलाइन जारी होने के बाद रोज 100 से अधिक शिकायतें आ रही है. सभी शिकायतों की जांच कराई जा रही है. उन्होंने आगरा वासियों से एक बार फिर अपील करते हुए कहा कि किसी को रिश्वत देने की आवश्यकता नहीं है. यदि कोई भी पुलिसकर्मी रिश्वत मांगे तो हेल्पलाइन नंबर पर शिकायत दर्ज कराई जा सकती है. उन्होंने कहा कि आज की कार्रवाई तो शुरूआत है. उन्होंने लोगों से कॉल रिकॉर्डिंग, सीसीटीवी फुटेज, वीडियो/फोटो, स्क्रीनशॉट भी यदि हो तो उपलब्ध कराने की अपील की है.