‘…मछली की तरह तड़प रहे हैं’, अखिलेश यादव पर ऐसा क्यों बोले डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य?

उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने समाजवादी पार्टी पर तीखा हमला बोला है. उन्होंने सपा को 'समाप्तवादी पार्टी' करार देते हुए पीडीए को 'परिवार डेवलपमेंट एजेंसी' बताया. साथ ही अखिलेश यादव के धीरेंद्र शास्त्री पर दिए गए बयान पर भी आपत्ति जताई है. जानें मराठी भाषा विवाद पर क्या बोले डिप्टी सीएम.

यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य (फाइल फोटो)

उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य रविवार को मेरठ पहुंचे. जहां उन्होंने प्रदेश की मुख्य विपक्षी समाजवादी पार्टी पर जमकर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि सपा ‘समाप्तवादी पार्टी’ बनने की ओर अग्रसर हो रही है. 2027 विधानसभा चुनवा में सपा ‘सफा’ हो जाएगी. इस दौरान बीजेपी नेता ने पंडित धीरेंद्र शास्त्री पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव के बयान पर भी पलटवार किया है. मौर्य ने कहा कि ऐसे बयान किसी राजनेता को नहीं देना चाहिए.

यूपी के डिप्टी सीएम ने कहा, ‘अखिलेश यादव जी सत्तावियोग में पानी के बिना जैसे मछली तड़पती है ऐसे वह तड़प रहे हैं. ऐसे बयान किसी राजनेता को देने की जरूरत ही नहीं है . कौन से आचार्य क्या कथा कह रहे हैं. उस कथा कहने वाले को कोई क्या दक्षिणा दे रहा है? यह सरकार और राजनीतिक दल के नेता का काम नहीं है . मुद्दा विहीन समाजवादी पार्टी ऐसे बयान देती है. इससे सपा ‘समाप्तवादी पार्टी’ बनने की ओर अग्रसर हो रही है’.

PDA- परिवार डेवलपमेंट एजेंसी

केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि साल 2027 के विधानसभा चुनाव में एक बार फिर सपा का सफाया तय है. उन्होंने इस दौरान अखिलेश यादव के पीडीए को फर्जी करार दिया. डिप्टी सीएम ने पीडीए को ‘परिवार डेवलपमेंट एजेंसी’ का नाम दिया है. साथ ही कहा कि समाजवादी पार्टी अपराधियों, गुंडों, दंगाइयों और माफियाओ को बढ़ावा देने वाली दल हैं. वहीं, उन्होंने कांवड़ यात्रा पर लोगों की धार्मिक भावनाओं को आहत नहीं करने की भी अपील की.

धार्मिक भावनाओं को आहत बर्दाश्त नहीं

उन्होंने कहा कि कांवड़ यात्रा में आस्था का सागर उमड़ता है. सरकार की मंशा स्पष्ट है लोगों की धार्मिक भावनाओं को आहत करने वालों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. पहचान विवाद पर डिप्टी सीएम ने कहा कि यह चीज नहीं होनी चाहिए. सरकार का लगातार प्रयास है कि किसी की भी धार्मिक भावना आहत ना हो. कावड़ यात्रा जब नहीं रहती है तब भी बहुत बड़ी संख्या में श्रद्धालु हरिद्वार जाते हैं. इस प्रकार की चीज नहीं होनी चाहिए.

मराठी भाषा विवाद पर क्या बोले?

महाराष्ट्र की सियासत पर पूछे गए सवाल पर डिप्टी सीएम ने कहा कि यूपी से महाराष्ट्र जाने वाले लोगों का अनादर नहीं होना चाहिए. महाराष्ट्र से यूपी आने वाले लोगों को अनादर नहीं होना चाहिए. राजनीतिक रुप से समाप्त हो चुके लोग ऐसे कृ्त्य कर रहे हैं. महाराष्ट्र में यूबीटी प्रमुख उद्धव ठाकरे और मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे मराठी भाषा अनिवार्य करने को लेकर आक्रामक है. हिन्दी बोलने वालों के साथ कुछ मारपीट की भी घटना सामने आई है.