SIR के बीच सांसद रुचि वीरा की बैठक, सपा कार्यकर्ताओं को दी घर-घर पहुंचने की नसीहत

समाजवादी पार्टी सांसद रुचि वीरा ने 'SIR अभियान' के बीच मुरादाबाद में अहम बैठक की. उस दौरान उन्होंने कार्यकर्ताओं को युवाओं को मतदाता सूची में शामिल करने की जिम्मेदारी दी. साथ ही कहा कि बूथ स्तर पर पार्टी संगठन को मजबूत करने की अपील की. सांसद ने वंदे मातरम विवाद पर भी प्रतिक्रिया दी

समाजवादी पार्टी की सांसद रुचि वीरा (फाइल फोटो)

मुरादाबाद में सिविल लाइंस स्थित समाजवादी पार्टी के जिला कार्यालय पर शनिवार को सांसद रुचि वीरा की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई. इस बैठक में 2027 विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए SIR अभियान पर विस्तृत चर्चा की गई. सांसद ने कार्यकर्ताओं से कहा कि वे युवाओं को मतदाता सूची में नाम दर्ज कराने के लिए प्रेरित करें, ताकि नए मतदाता पार्टी के समर्थन में जुड़ सकें.

बैठक में पार्टी के वरिष्ठ नेता मोहम्मद उस्मान, जिला पदाधिकारी और कई कार्यकर्ता मौजूद रहे. बैठक का मुख्य उद्देश्य कार्यकर्ताओं को SIR अभियान के तहत बूथ स्तर पर जिम्मेदारी सौंपना और मतदाता जागरूकता को मजबूत करना रहा. सांसद ने कहा कि यह अभियान समाजवादी पार्टी के संगठन को मजबूत करने का अहम हिस्सा है.

युवाओं को मतदाता बनाने का लक्ष्य- सांसद

सांसद रुचि वीरा ने कहा, ‘हमारा लक्ष्य है कि कोई भी युवा मताधिकार से वंचित न रहे. जिनकी उम्र 18 वर्ष पूरी हो चुकी है, उन्हें वोटर लिस्ट में नाम जुड़वाने और मतदान के लिए प्रेरित करना हमारी प्राथमिकता है.’ उन्होंने कार्यकर्ताओं से बूथ स्तर पर जाकर लोगों को वोट बनवाने और शासन-प्रशासन द्वारा हो रही उपेक्षा के खिलाफ उनकी आवाज बनने की अपील की.

सरकार SIR को लेकर गंभीर नहीं- उस्मान

वरिष्ठ सपा नेता मोहम्मद उस्मान ने इस दौरान कहा कि वर्तमान सरकार SIR जैसे अभियानों को लेकर गंभीर नहीं है और जनता के अधिकारों की अनदेखी कर रही है. समाजवादी पार्टी हमेशा जनहित के मुद्दों पर काम करती रही है. अब समय है कि हम सभी कार्यकर्ता एकजुट होकर घर-घर जाकर लोगों को जागरूक करें. इससे समाजवादी पार्टी को मजबूत समर्थन मिलेगा.

वंदे मातरम विवाद पर क्या बोलीं सपा सांसद?

वहीं, पत्रकारों से बातचीत में सांसद रुचि वीरा ने वंदे मातरम विवाद पर भी प्रतिक्रिया दी है. सपा सांसद ने कहा कि इंसान के दिल में अपने मुल्क के लिए जज्बात होने चाहिए. कौन क्या गाता है या नहीं, इससे फर्क नहीं पड़ता. अगर कोई व्यक्ति देश के लिए जान देने को तैयार है तो यही सबसे बड़ी देशभक्ति है. इसमें किसी को आपत्ति नहीं होनी चाहिए.