MP-राजस्थान में बारिश से चंबल ने लिया रौद्र रूप, आगरा में मचाई तबाही; देखें तस्वीरें
आगरा में चंबल नदी का जलस्तर खतरे के निशान के पास पहुंच गया है, जिससे 38 गांवों को हाई अलर्ट पर रखा गया है. प्रति घंटे 20 सेंटीमीटर की रफ्तार से बढ़ रहे जलस्तर के कारण कई गांवों का संपर्क टूट गया है. प्रशासन ने SDRF और मोटरबोट को अलर्ट किया है और लगातार निगरानी कर रहा है. बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य जारी है.
उत्तर प्रदेश के आगरा में चंबल नदी में लगातार बढ़ रहे जलस्तर ने आगरा प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है. नदी खतरे के निशान से 130 मीटर के करीब पहुंच गई है. इस समय ये 129.5 मीटर पर बह रही है. मध्य प्रदेश और राजस्थान में बारिश की वजह से चंबल का जलस्तर बढ़ गया है.
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जलस्तर में प्रति घंटा 20 सेंटीमीटर की रफ्तार से बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है, जिसके चलते बाढ़ का कहर बढ़ता जा रहा है. प्रशासन ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए चंबल नदी के किनारे बसे 38 गांवों में मुनादी कराकर हाई अलर्ट जारी कर दिया है.
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यहां बाढ़ की वजह से कई गांव प्रभावित हुए हैं और एक दर्जन से ज्यादा गांवों के संपर्क मार्ग पानी में डूब जाने से उनका तहसील मुख्यालय से संपर्क टूट गया है.
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एसीपी खैरागढ़, इमरान अहमद ने एसडीआरएफ टीम और मोटरबोट को अलर्ट कर दिया है. आगरा के जिलाधिकारी लगातार कंट्रोल रूम से बाढ़ प्रभावित गांवों के लेखपालों और कानूनगो से अपडेट ले रहे हैं.
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एसीपी इमरान अहमद अब खुद यमुना नदी के किनारे बसे लोगों को लगातार जागरूक कर रहे हैं. यह मामला पिनाहट घाट चंबल नदी क्षेत्र का है, जहां नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है और प्रशासन पूरी तरह सतर्क है.