कानपुर में ट्रैफिक की समस्या से मिलेगा छुटकारा, 700 करोड़ की लागत से बनेंगी 6 सड़कें

कानपुर के बढ़ते ट्रैफिक जाम की समस्या से राहत दिलाने के लिए कानपुर विकास प्राधिकरण (केडीए) 6 नई सड़कें बनाएगा. इन सड़कों को 700 करोड़ रुपये की लागत से बनाया जाएगा. इस परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण पर ज़्यादा खर्च होगा. यह परियोजना शहर के विकास और विजन 2051 के लक्ष्यों को पूरा करने में मदद करेगी. नई सड़कें बिनगवा से अर्रा, बर्रा विश्व बैंक रोड, मधना से भौति, कानपुर-झांसी रोड और गंगा बैराज तक जाएंगी.

कानपुर विकास प्राधिकरण (फाइल फोटो)

उत्तर प्रदेश का कानपुर जो एक समय पर मैनचेस्टर ऑफ ईस्ट कहा जाता था उसकी आज भी एक सबसे बड़ी समस्या ट्रैफिक जाम की है. आज भी बढ़ता ट्रैफिक और संकरी सड़कें ट्रैफिक का प्रमुख कारण है. उसके ऊपर गाड़ी चालकों की मनमानी कोढ़ में खाज का काम करती है. अब शहर को ट्रैफिक मुक्त कराने का बीड़ा केडीए ने उठाया है. जल्द ही केडीए 700 करोड़ की लागत से 6 सड़कों का निर्माण करवाएगी.

कानपुर का एक बार फिर विकास हो, यहां पर औद्योगिक क्षेत्र को विकसित करने और आवासीय योजना बनाने के उद्देश्य से विजन 2051 का खाका तैयार किया जा रहा है. इसके लिए कानपुर विकास प्राधिकरण 700 करोड़ रुपए की लागत से 6 सड़कों का निर्माण करवाएगा. इन सड़कों के निर्माण के लिए भूमि का अधिग्रहण भी किया जाना है. केडीए के अधिकारियों ने इसका खाका तैयार करना शुरू कर दिया है.

गूगल के जरिए शुरू किया गया सर्वे

अधिग्रहण के लिए जमीन को चिन्हित किया जा रहा है. गूगल के माध्यम से मौके का सर्वे भी शुरू कर दिया गया है. जो 6 सड़कें बननी हैं उनकी कुल लागत 700 करोड़ है लेकिन, इसका ज्यादातर हिस्सा, तकरीबन 420 करोड़ रुपया भूमि के अधिग्रहण में जाएगा. सड़क निर्माण के साथ सड़क के चौड़ीकरण का काम भी इसी बजट में किया जाएगा.

जो सड़क प्रस्तावित हैं उसमें से पहली है बिनगवा से अर्रा तक है, जिसकी कुल लंबाई होगी आठ किलोमीटर, दूसरी है बर्रा विश्वबैंक रोड है जिसकी लंबाई पांच किलोमीटर होगी. इनकी 16 मीटर चौड़ाई होगी जिसमें, तकरीबन 90 करोड़ रुपए की लागत आएगी.

इसके अलावा मधना से भौति तक तकरीबन 9 किलोमीटर की सफल बनाई जाएगी जिसकी निर्माण लागत तो 90 करोड़ आएगी लेकिन, भूमि अधिग्रहण में 425 करोड़ रुपए लगेंगे. कानपुर झांसी रोड कुल 105 करोड़ रुपए से बनाई जाएगी जिसकी, चौड़ाई 30 मीटर होगी और लंबाई 5 किलोमीटर रहेगी. इसमें निर्माण लागत 30 करोड़ है जबकि, 75 करोड़ जमीन अधिग्रहण के लिए है.

कानपुर का प्रमुख पर्यटन स्थल गंगा बैराज को मैनावती मार्ग से जोड़ने के लिए दो सड़कें बनाई जाएगी. जिसमें, 40 करोड़ की लागत आने की संभावना है. दोनों को मिलकर कुल लंबाई तकरीबन ढाई किलोमीटर के आस-पास होगी.