भतीजे का गला घोंटा, फिर ड्रम में पैककर लगा दी आग; फूफा क्यों बना दरिंदा? हैरान कर देगी वजह
आगरा पुलिस ने डेढ़ साल पुराने एक ब्लाइंड मर्डर केस का खुलासा किया है. यहां एक फूफा ने अपनी बेटी का वीडियो बनाने और ब्लैकमेल करने के कारण अपने भतीजे का गला घोंट दिया और शव को ड्रम में भरकर जला दिया था. पुलिस ने DNA टेस्ट और कॉल डिटेल के आधार पर आरोपियों को गिरफ्तार किया है. यह घटना 18 फरवरी 2024 की है.
उत्तर प्रदेश की आगरा पुलिस ने करीब डेढ़ साल पहले हुए एक ब्लाइंड मर्डर केस का हैरतंगेज खुलासा किया है. पुलिस ने इस मामले में सात महीने बाद युवक के फूफा को अरेस्ट करते हुए घटना से जुड़े सबूत जुटाए हैं. आरोपी ने पुलिस की पूछताछ में वारदात की हैरतंगेज वजह बताई है. कहा कि मृत युवक अक्सर उसकी बेटी को नहाते हुए देखता था और चुपके से उसकी वीडियो बना ली थी. वहीं अब उसी वीडियो के जरिए उसकी बेटी को ब्लैकमेल करने की कोशिश कर रहा था.
मामला आगरा के मलपुरा थाना क्षेत्र में 18 फरवरी 2024 का है. पुलिस के मुताबिक यहां रहने वाला राकेश 18 फरवरी को संदिग्ध परिस्थिति में लापता हो गया था. परिजनों ने इस संबंध में पुलिस में शिकायत दी थी. वहीं घटना के अगले दिन आगरा के ही सैंया थाना क्षेत्र में खारी नदी के किनारे एक जला शव मिला था. सैंया पुलिस ने राकेश के परिजनों को बुलाकर पहचान कराने की कोशिश की, लेकिन शव बुरी तरह से क्षतिग्रस्त होने की वजह से पहचान नहीं हो सकी.
डीएनए टेस्ट में हुई शव की पहचान
चूंकि शक था कि शव राकेश का हो सकता है, इसलिए पुलिस ने डीएनए टेस्ट कराया. इसमें शक की पुष्टि हुई. इसके बाद पुलिस ने पूरे मामले की नए सिरे से जांच की और शक के आधार पर राकेश के रिश्ते में फूफा देवीराम और नित्य किशोर निवासी कुबूलपुर को हिरासत में लेकर पूछताछ की. थोड़ी देर तक तो दोनों ने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की, लेकिन पुलिस की सख्ती के आगे टूट गए. इसके बाद आरोपियों ने वारदात को कबूल लिया.
ये बताई वारदात की वजह
पुलिस की पूछताछ में देवीराम ने बताया कि राकेश ने उसकी बेटी का एक वीडियो बना लिया था और वह उसी वीडियो के जरिए उसे ब्लैकमेल कर रहा था. इसकी जानकारी होने पर वारदात के दिन यानी पिछले साल 18 फरवरी को उसने राकेश को अपनी दुकान पर बुलाया और उसी के मफलर से उसका गला घोंट दिया. फिर नित्य किशोर की मदद से शव को ड्रम में भर दिया. शाम ढलने पर दोनों पिकअप में रखकर इस ड्रम को खारी नदी के किनारे ले गए, जहां इन्होंने पेट्रोल डालकर ड्रम समेत शव को जला दिया था.
बाइक हाइवे के पास लावारिश छोड़ी
आरोपी राकेश की बाइक भी अपने साथ ले गए थे, लेकिन शव को जलाने के बाद वापसी के वक्त उसकी बाइक हाईवे के किनारे लावारिश हालत में छोड़ दी थी. फिर घर लौटने के बाद देवीराम ने अपनी दुकान बंद कर दी और दिल्ली में नौकरी करने लगा था. हालांकि शव की पहचान होने के बाद पुलिस ने मोबाइल की कॉल डिटेल और लोकेशन के आधार पर मामले की जांच करते हुए आरोपी और उसके साथी को दबोच लिया है. पुलिस ने दोनों आरोपियों को अदालत में पेश कर जेल भेज दिया है.