आगरा में ब्रांडेड जूते रिश्वत लेने के आरोप में दो सिपाही सस्पेंड, 9 पर जांच का शिकंजा
आगरा पुलिस कमिश्नरेट ने भ्रष्टाचार पर कड़ा रुख अपनाया है. जूते रिश्वत में लेने के आरोप में दो सिपाही निलंबित किए गए हैं. जबकि 9 अन्य पुलिसकर्मी जांच के घेरे में फंसे हैं. इनपर अवैध वसूली और जमानत के नाम पर पैसे मांगने का आरोप है. यह कार्रवाई सीसीटीवी फुटेज के आधार पर हुई है.
आगरा पुलिस कमिश्नरेट ने भ्रष्टाचार के आरोप में बड़ी कार्रवाई की है. भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी के आरोप दो सिपाही सस्पेंड किए गए हैं. जबकि 9 अन्य पुलिसकर्मियों के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दिए गए हैं. यह कार्रवाई सीसीटीवी फुटेज के आधार पर हुई है. जिसमें दोनों सिपाही को एक व्यापारी से रिश्वत के रूप में ब्रांडेड जूते लेने का गंभीर आरोप है.
यह कार्रवाई तब हुई जब व्यापारी ने रिश्वत मांगने और लेने का सीसीटीवी फुटेज और रिकॉर्डिंग पुलिस कमिश्नरेट को सौंपकर आधिकारिक शिकायत दर्ज कराई. शिकायत को गंभीरता से लेते हुए, पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की है. पुलिस कमिश्नर दीपक कुमार ने जनता से पुलिसकर्मियों द्वारा भ्रष्टाचार या रिश्वत मांगने के ऐसे मामले में शिकायत दर्ज कराने की अपील की है.
रिश्वत के रूप में चार जोड़ी ब्रांडेड जूते मांगे
एसीपी कोतवाली कार्यालय से जुड़े दोनों सिपाहियों को रिश्वत के आरोप में तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया है. सिपाही की ओर से जूता व्यापारी से रिश्वत के रूप में चार जोड़ी ब्रांडेड जूते मांगने का आरोप है. मामला यहीं नहीं रुका है. पुलिस ने इन दो सिपाहियों पर कार्रवाई करने के साथ ही 9 अन्य पुलिसकर्मियों पर भी जांच के आदेश दिए हैं.
जांच के घेरे में आएं इन पुलिसकर्मियों पर अवैध वसूली, जुआरियों को संरक्षण या मदद देना और जमानत के नाम पर पैसे की मांग करने जैसे गंभीर आरोप शामिल हैं. पुलिस कमिश्नर दीपक कुमार ने इस कार्रवाई की पुष्टि की है. उन्होंने कहा कि यह कदम भ्रष्टाचार-रोधी हेल्पलाइन पर मिली शिकायतों को सक्षम कार्रवाई में बदलने का परिणाम है.
शिकायत के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी
पुलिस कमिश्नर दीपक कुमार ने स्पष्ट कहा कि यह कदम यह संदेश देता है कि आगरा पुलिस भ्रष्टाचार के प्रति जीरो-टॉलरेंस (शून्य सहिष्णुता) की नीति पर खड़ी है. किसी भी स्तर पर रिश्वत या अवैध वसूली स्वीकार नहीं की जाएगी. उन्होंने जनता से आह्वान किया है कि ऐसे किसी भी मामले में तुरंत हेल्पलाइन नंबर 7839860813 पर शिकायत दर्ज कराएं.