राम मंदिर बनाने में अब तक हुआ 1400 करोड़ का खर्चा, अभी और कितना पैसा लगेगा?
अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर के निर्माण पर अब तक लगभग 1400 करोड़ रुपये खर्च हो चुके हैं. श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र निर्माण समिति ने बताया कि 200 करोड़ रुपये और खर्च होने का अनुमान है. मंदिर निर्माण कार्य में तेजी लाने के लिए मजदूरों की संख्या बढ़ाई जाएगी. संग्रहालय निर्माण में भी लगभग 200 करोड़ रुपये का खर्च आएगा.

अयोध्या में निर्माणाधीन भगवान राम के भव्य मंदिर के निर्माण में अब तक करीब 1400 करोड़ रुपये खर्च हो चुके हैं. हालांकि अभी भी बाकी बचे हुए काम को पूरा करने में 200 करोड़ रुपये और खर्च होने का अनुमान है. यह जानकारी श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र निर्माण समिति की बैठक में अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने दी. बैठक में मौजूद सदस्यों को निर्माण कार्य की प्रगति बताते हुए नृपेंद्र मिश्रा ने कहा कि मंदिर के निर्माण कार्य के मद में अब तक जो पैसा खाते निकला है, वो करीब 1100 करोड़ के आसपास है. हालांकि मटेरियल एवं अन्य खर्च इसमें शामिल नहीं है. उन खर्चों को भी जोड़ा जाए तो टोटल खर्च 1400 करोड़ के पार चला जाएगा.
बैठक में नृपेंद्र मिश्रा ने बताया कि मंदिर के खर्चे में अभी संग्रहालय का खर्च भी शामिल नहीं किया गया है. इस संग्रहालय में 20 गैलरी बनाई जा रही हैं. इसमें भी लगभग 200 करोड़ रुपये के आसपास खर्च होने का अनुमान है. मंदिर में निर्माण कार्य की स्थिति की समीक्षा के लिए समिति की बैठक हुई. इस दौरान राम मंदिर से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर विचार विमर्श करने के साथ ही कई महत्वपूर्ण निर्णय भी लिए गए. इस दौरान समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने बताया कि मंदिर में पहले से प्रस्तावित सभी काम पूरे होने तक कोई नया काम नहीं शुरू किया जाएगा.
ये है प्रगति रिपोर्ट
बैठक में समिति अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने प्रगति रिपोर्ट पेश की. बताया कि इस समय मंदिर के बाउंड्री वॉल का काम चल रहा है. इसके लिए दोनों छोर से काम शुरू किया गया है काम की जिम्मेदारी दो ठेकेदारों को दी गई है. इसी प्रकार गेट नंबर 3 और गेट नंबर 11 पर भी भीड़ प्रबंधन के इंतजाम किए जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि गेट नंबर 11 को बुधवार को खोल दिया जाएगा. उन्होंने बताया कि मंदिर के वीआईपी गेट साधु समाज की प्रमुख हस्तियों के नाम समर्पित होंगे.
बढ़ेगी मजदूरों की संख्या
बैठक में निर्माण कार्य तेज करने पर भी विचार विमर्श किया गया. इस दौरान एलएनटी के बोर्ड डायरेक्टर ने बताया कि फिलहाल 1200 मजदूर काम कर रहे हैं, लेकिन काम जल्दी पूरा करने के लिए मजदूरों की संख्या और बढ़ानी होगी. चूंकि आगामी दिनों में कई त्योहार भी हैं और इन त्योहारों श्रमिकों चले जाते हैं. इसलिए भी काम बुरी तरह प्रभावित होता है. हालांकि समिति ने स्थिति को देखते हुए काम में तेजी लाने को कहा है.