कुत्ते ने काटा नहीं चाटा था! दो महीने बाद हुई बच्चे की मौत, दहशत के मारे इंजेक्शन लगवाने दौड़े लोग
उत्तर प्रदेश के बदायूं में एक बच्चे की मौत कुत्ते के घाव को चाटने के बाद रेबीज के संक्रमण से हो गई. इस घटना से पूरा मोहल्ला दहशत में है और कई लोगों ने एंटी-रेबीज इंजेक्शन लगवाया है. डॉक्टरों ने रेबीज के प्रति जागरूकता फैलाने और कुत्ते के काटने या घाव चाटने पर तुरंत टीकाकरण कराने की सलाह दी है.

उत्तर प्रदेश के बदायूं में एक हैरान करने वाली घटना हुई है. यहां एक कुत्ते के चाटने भर से एक बच्चे की मौत हो गई. इस घटना के बाद बच्चे के परिजन ही नहीं, पूरा मोहल्ला दहशत में आ गया. देखते ही देखते एक दर्जन से अधिक लोग एंटी रेबीज का इंजेक्शन लगवाने के लिए अस्पताल पहुंच गए. मामला बदायूं के सुजातगंज बेला गांव की है. इस घटना से डॉक्टर भी हैरान हैं. डॉक्टरों ने रेबीज के लक्षण बताते हुए गांव वालों को सतर्क एवं जागरुक किया है.
जानकारी के मुताबिक सुजातगंज बेला गांव में रहने वाले दो वर्षीय बच्चे अदनान को खेलते समय चोट लग गई थी. इससे उसके पैरों से खून निकल आया था. खून निकलता देखकर बच्चे के पालतू कुत्ते ने चाट लिया था. उस समय तोबात बात आई-गई हो गई. परिजनों ने भी इसे सामान्य घटना माना. कुछ समय बीतने के बाद अचानक से बच्चे में रेबीज के लक्षण नजर आने लगे. देखते ही देखते बच्चे की हालत खराब होने लगी. ऐसे में परिजनों ने पहले झाड़फूंक कराया. फिर भी कोई सुधार नहीं हुआ तो अस्पताल ले गए, जहां इलाज के दौरान बच्चे की मौत हो गई.
दहशत में आ गया पूरा मोहल्ला
गांव में यह खबर पहुंचते ही लोगों में हड़कंप मच गया. जिन-जिन को उस कुत्ते ने चाटा था, सभी दहशत में आ गए. बच्चे के परिजन ही मोहल्ले के सभी लोग इस कदर डर गए कि सबकुछ छोड़कर अस्पताल की दौड़ लगा दी. अस्पताल पहुंचकर एक दर्जन से अधिक लोगों ने एंटी रेबीज इंजेक्शन लगवाया. कहा कि बच्चे को भी रेबीज के खतरे का अंदाजा समय रहते लगा होता तो उसकी भी जान बचाई जा सकती थी. लेकिन इस घटना से पूरे मोहल्ले के लोगों में भय की स्थिति है.
गांव में कैंप लगाकर जागरूक कर रही टीम
चिकित्सा अधीक्षक डॉ. प्रशांत त्यागी के मुताबिक यह दुखद घटना लोगों में जागरुकता में कमी का उदाहरण है. उन्होंने कहा कि कुत्ता चाहे या काटे, रेबीज का खतरा तो बन ही जाता है. ऐसे में इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए. उन्होंने कहा कि कोई भी जानवर (कुत्ता, बिल्ली, बंदर) काट ले या घाव को चाट ले, तुरंत रेबीज का टीका लगवाना चाहिए. उन्होंने बताया कि स्थिति को देखते हुए आज गांव में स्वास्थ विभाग की टीम भी भेजी गई है. यह टीम गांव में कैंप लगाकर लोगों को जागरूक करेगी.



