नहीं करेंगे VIP लोगों का स्वागत, ठाकुर बांके बिहारी मंदिर में गोस्वामी समाज ने लिया फैसला
भगवान श्री कृष्ण की नगरी मथुरा में विश्व प्रसिद्ध ठाकुर बांके बिहारी मंदिर के कॉरिडोर को लेकर वहां के गोस्वामी समाज के लोग विरोध कर रहे हैं. इसके साथ ही गोस्वामी समाज के लोगों ने कहा है कि वो वीआईपी लोगों का स्वागत नहीं करेंगे.

विश्व प्रसिद्ध ठाकुर बांके बिहारी मंदिर पर कॉरिडोर को लेकर गोस्वामी और व्यापारी समाज का विरोध लगातार जारी है. गोस्वामी परिवार का कॉरिडोर के विरोध को लेकर लगभग 40 दिन का समय बीत गया है. हैरान करने वाली बात ये है कि अभी तक कोई भी अधिकारी उनसे मिलने के लिए नहीं आया है. वो फिर भी लगातार उनका विरोध प्रदर्शन जारी है.
वहीं ठाकुर बांके बिहारी कॉरिडोर और न्यास के विरोध में हो रहे प्रदर्शन के बीच में गोस्वामी समाज की ओर से एक बड़ा फैसला भी लिया गया है. ठाकुर बांके बिहारी मंदिर के गोस्वामी समाज ने कहा कि वो अब मंदिर में दर्शन करने आने वाले किसी भी वीआईपी शख्स का गोस्वामी समाज के लोग स्वागत नहीं करेंगे. उन्होंने कहा कि साथ ही वीआईपी लोगों का स्वागत आज से बंद किया जाता है. इसकी जानकारी गोस्वामी समाज ठाकुर बांके बिहारी मंदिर से जुड़े मोहन गोस्वामी हिमांशु गोस्वामी ने दी है.
वीआईपी लोगों का नहीं करेंगे स्वागत
जब उनसे पूछा गया कि आप लोगों ने ऐसा क्यों किया है और इसके पीछे की वजह क्या है, तो उन्होंने बताया कि हम गोस्वामी समाज ने ठाकुर बांके बिहारी मंदिर आने वाले सभी वीआईपी लोगों को काफी बार स्वागत किया है और उन्हें माला प्रसाद भी भेंट की है. लेकिन, आज जब हमारे बांके बिहारी मंदिर पर बने हुए घरों को तोड़ा जाएगा और हमको वहां से अलग कर दिया जाएगा ऐसे में हम उन लोगों का स्वागत करेंगे बिल्कुल नहीं करेंगे. इसलिए हम गोस्वामी लोगों ने यह फैसला लिया है कि मंदिर में आने वाले वीआईपी चाहे वह कोई भी हो नेता अधिकारी किसी का भी स्वागत और माला पटका प्रसाद नहीं देंगे.
क्यों हो रही है कॉरिडोर की जरूरत?
बांके बिहारी मंदिर में कॉरिडोर की जरूरत इसलिए है क्योंकि लगातार श्रद्धालुओं की संख्या वहां पर बढ़ रही है. ऐसे में भीड़ की वजह से कई बार अव्यवस्थाएं देखने को मिलती हैं. लोग एक दूसरे के ऊपर गिर जाते हैं. इस वजह ये यहां 500 करोड़ रुपये के कॉरिडोर बनाए जाने के फैसलो को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने भी अनुमति दे दी है, जिसका स्थानीय लोग विरोध कर रहे हैं.



