स्वतंत्रता दिवस पर हथियार तस्कर को अतिथि बनाया, अब पुलिस की हो रही किरकिरी

बाराबंकी में स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर एक हैरान करने वाला मामला सामने आया. जहां थाने में आयोजित समारोह में एक हथियार तस्कर को अतिथि बना दिया गया. उसने मंच पर थाना प्रभारी को मोमेंटो देकर सम्मानित भी किया. अब पुलिस की किरकिरी हो रही है.

पुलिस के साथ हथियार तस्कर

बाराबंकी में स्वतंत्रता दिवस समारोह में पुलिस की लापरवाही सामने आई है. पुलिस ने जिसे अतिथि बनाकर मंच पर बुलाया. और जिसने थाना प्रभारी को ‘सम्मान चिन्ह’ (मोमेंटो) देकर सम्मानित किया, वह एक हथियार तस्कर निकला. वह कुछ महीने पहले असलहा तस्करी में जेल जा चुका है. इस घटना ने पूरे पुलिस महकमे की किरकिरी करा दी है.

सोशल मीडिया पर हथियार तस्कर की पुलिस के साथ तस्वीर भी वायरल है. इसने पुलिस विभाग की विश्वसनीयता पर सवाल उठा दिए हैं. वहीं, पुलिस अधिकारी ने अपनी गलती स्वीकार की है. हथियार तस्कर के आरोपी की पहचान निजाम उर्फ नईम के रुप में हुई है. उसके पिता का नाम इब्राहिम है और वह कुर्सी थाने के उमरा गांव का रहने वाला है.

कांस्टेबल के गले में हाथ डालकर पोज देता दिखा

दरअसल, 15 अगस्त को कुर्सी थाना परिसर में एक कार्यक्रम आयोजित की गई थी. इसमें थाना प्रभारी अनिल कुमार सिंह को सम्मानित किया जाना था. इसके लिए एक पुलिसकर्मी ने निजाम को अतिथि के रुप में बुलाया. जिसके बाद आरोपी ने तिरंगे गुब्बारों से सजे मंच पर थानाल प्रभारी को मोमेंटो भेंट कर सम्मानित भी किया गया.

वायरल तस्वीरों में निजाम थानेदार और पुलिस स्टाफ के बीच सहजता से खड़ा दिखाई दे रहा है. एक तस्वीर में तो कांस्टेबल नरेंद्र यादव उनके गले में हाथ डालकर पोज देते नजर आ रहा है. अपराधी का यह अंदाज़ सोशल मीडिया पर चर्चा का बड़ा विषय बना हुआ है. इस घटना से पूरे विभाग में हड़कंप मच गया है.

थाना प्रभारी ने कहा- भारी भूल हो गई

हैरान करने वाली बात ये है कि इसी साल 1 मार्च को निजाम को बड्डूपुर पुलिस ने धधरा भट्ठा के पास से गिरफ्तार किया था. उसके पास से अवैध तमंचा और दो कारतूस बरामद हुए थे. तब उसे जेल भेजा गया था. बावजूद इसके स्वतंत्रता दिवस पर वही युवक सम्मानित अतिथि बन गया. कहा जा रहा है कि आरोपी का एक सिपाही से संपर्क है.

कुर्सी थाना प्रभारी अनिल कुमार सिंह ने अपनी गलती स्वीकार की है. उन्होंने कहा कि एक युवक हर साल थाने में कार्यक्रम करता था. इस बार भी आया तो हम पहचान नहीं पाए कि यह वही व्यक्ति है जिसे अवैध असलहे के साथ पकड़ा था. उन्होंने कहा कि उससे मोमेंटो लेना हमारी भारी भूल रही, जिसकी गलती हम स्वीकार करते हैं.