घर के बाहर सोए थे बुजुर्ग, आवारा कुत्तों ने किया हमला; नोंच-नोंचकर ले ली जान

बाराबंकी में आवारा कुत्तों के आतंक से दहशत फैल गई है. यहां एक 60 वर्षीय बुजुर्ग दयाराम को कुत्तों के झुंड ने सोते समय नोंच-नोंचकर मार डाला. इस जानलेवा हमले के बाद ग्रामीण अपनी सुरक्षा के लिए खुद कदम उठा रहे हैं. वहीं प्रशासन की निष्क्रियता पर सवाल उठ रहे हैं. शिकायतों के बावजूद कोई कार्रवाई न होने से स्थानीय लोगों में गहरा रोष है.

बाराबंकी में आवारा कुत्तों का आतंक Image Credit:

बहराइच में भेड़िए के आतंक के बाद बाराबंकी में आवारा कुत्तों की दहशत है. इन आवारा कुत्तों के एक झुंड ने 60 साल के बुजुर्ग को नोंच-नोंचकर मार डाला है. इन कुत्तों ने बुजुर्ग पर सोमवार की अल सुबह हमला किया. उस समय बुजुर्ग अपने घर के बाहर चारपायी डालकर सो रहे थे. मृत बुजुर्ग की पहचान सुबेहा थाना क्षेत्र अंतर्गत मेहंदिया गांव में रहने वाले दयाराम के रूप में हुई है. घटना की जानकारी होने पर आनन फानन में परिजन दयाराम को लेकर अस्पताल पहुंचे, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया.

स्थानीय लोगों के मुताबिक सोमवार की सुबह दयाराम गहरी नींद में सो रहे थे. इसी दौरान 10 से अधिक खूंखार कुत्तों ने उनके ऊपर हमला बोल दिया. ऐसे हालात में दयाराम को खुद का बचाव करने का भी मौका नहीं मिला और कुत्ते उन्हें घसीटते हुए काफी दूर तक ले गए. हालांकि उनकी चीख पुकार सुनकर पास पड़ोस के लोग आए और डंडे फटकारते हुए कुत्तों को भगाया. इसके बाद गंभीर रूप से घायल दयाराम को तत्काल नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, जहां से डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद रेफर कर दिया गया.

पहले भी कई बार कर चुके हैं हमला

इसके बाद परिजन उन्हें लेकर लखनऊ के राम मनोहर लोहिया अस्पताल पहुंचे, जहां इलाज के दौरान दयाराम की मौत हो गई. स्थानीय लोगों के मुताबिक अमेठी सीमा से सटे इस गांव में आवारा कुत्तों का आतंक काफी समय से है. यह कुत्ते पहले भी कई बार लोगों पर हमला कर चुके हैं. इस संबंध में प्रशासन में कई बार शिकायत देते हुए इन्हें पकड़ने की मांग भी की गई, लेकिन अभी तक प्रशासन की ओर से कोई कदम नहीं उठाया गया है. इस बीच गांव में आवारा कुत्तों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है.

गांव वालों ने खुद उठाया सुरक्षा का जिम्मा

इस घटना के बाद से ग्रामीणों ने खुद इलाके में सुरक्षा का जिम्मा उठा लिया है. लोग लाठी-डंडे एवं अन्य हथियारों से लैस होकर गलियों में घूम रहे हैं. इस दौरान जहां कहीं भी आवारा कुत्ते मिल रहे हैं, उन्हें घेर कर पीटा और भगाया जा रहा है. उधर, इस संबंध में शिकायत देने पर पशु पालन और वन विभाग ने यह कहते हुए कार्रवाई से इनकार कर दिया कि मामला उनके कार्यक्षेत्र से बाहर का है. अब स्थानीय लोगों ने नगर पंचायत अधिकारी से इस मामले में हस्तक्षेप की मांग की है. ग्रामीणों ने बताया कि शाम ढलते ही कुत्तों के झुंड खेतों और गलियों में घूमते नजर आते हैं. ऐसे में गांव की महिलाएं और बच्चे घर से बाहर निकलने में डरने लगे हैं.