बर्थ सार्टिफिकेट के लिए किया आवेदन, अफसरों ने थमा दी मृत्यु प्रमाण पत्र; मचा हड़कंप
उत्तर प्रदेश के बिजनौर में एक युवक ने जन्म प्रमाण पत्र के लिए आवेदन किया था, लेकिन प्रशासनिक लापरवाही के कारण उसे मृत्यु प्रमाण पत्र मिल गया. अनुपम अग्रवाल नामक युवक के साथ हुई इस घटना से परिवार सदमे में है. अधिकारियों ने गलती स्वीकार की है और सुधार का आश्वासन दिया है, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है.

उत्तर प्रदेश के बिजनौर में एक हैरान करने वाली घटना हुई है. यहां प्रशासनिक लापरवाही से एक परिवार इस कदर सदमे में आ गया है, उनके लिए उबरना मुश्किल हो गया है. दरअसल रहने वाले एक युवक ने तहसील में बर्थ साटिफिकेट के लिए आवेदन किया था. लेकिन अफसरों ने उसका मृत्यु साटिफिकेट बनाकर दे दे दिया. साटिफिकेट लेकर युवक जब अपने घर पहुंचा और परिजनों से उसे देखा तो हड़कंप मच गया. बल्कि परिवार के लोग गहरे सदमे में आ गए.
मामला बिजनौर में जयनगर कॉलोनी का है. यहां रहने वाले अनुपम अग्रवाल ने तहसील में अपने जन्म प्रमाण पत्र के लिए आवेदन किया था. उन्होंने बताया कि संबंधित दस्तावेज भी उन्होंने ग्राम विकास अधिकारी को सौंप दिए थे. बावजूद इसके, तहसील के कर्मचारियों ने लापरवाही बरतते हुए उनके नाम पर मृत्यु प्रमाण पत्र जारी कर दिया. अनुपम ने बताया कि अधिकारियों की लापरवाही से वह सरकारी दस्तावेजों में मृत घोषित किए जा चुके हैं.
उच्चाधिकारियों को दी शिकायत
इस संबंध में पीड़ित ने अब उच्चाधिकारियों को शिकायत दी है. अधिकारियों ने इसमें सुधार का आश्वासन भी दिया है, लेकिन अभी तक इस सार्टिफिकेट में कोई सुधार नहीं हो सका है. बताया जा रहा है कि एक काउंटर पर जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र बनाए जाते हैं और इसके लिए आवेदन भी जमा होते हैं. आशंका है कि पीड़ित का आवेदन पत्र गलती से मृत्यु प्रमाण पत्र के आवेदन वाले बंडल में चला गया.
दफ्तर में बैठकर कर दिया सत्यापन
कायदे से दोनों ही तरह के प्रामण पत्र जारी करने से पहले सत्यापन की प्रक्रिया होती है, लेकिन दफ्तर में बैठकर फर्जी सत्यापन और धांधली की वजह से अधिकारियों ने आवेदन भी ठीक से नहीं पढ़ा और मृत्यु प्रमाण पत्र के निर्धारित प्रारूप पर नाम लिखकर मुहर लगा दिया. इस घटना से स्थानीय लोगों में जबरदस्त आक्रोश है. ग्रामीणों ने इस संबंध में संबंधित अधिकारी और कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.