‘सरकार योगी की है.. निकाह पढ़ाते ही फंस जाऊंगा’, मौलवी ने क्यों तोड़ दिया 45 साल के दूल्हे का सपना?

बिजनौर के स्योहारा में एक 45 साल का अधेड़ 25 से 30 लोगों की बारात लेकर बख्शीवाला मोहल्ला पहुंचा था. निकाह के वक्त मौलवी ने लिए दूल्हा-दुल्हन का आधार कार्ड मांगा. इस बीच आधार कार्ड देखते ही उसने निकाह पढ़ाने से ही मना कर दिया.

बिजनौर में मौलवी ने निकाह पढ़ाने से किया मना ( सांकेतिक तस्वीर)

बिजनौर में एक 45 साल का दूल्हा 15 साल की नाबालिग लड़की से शादी करने जा रहा था. इमाम को जब दुल्हन की उम्र पता चली तो उसने निकाह पढ़ने से मना कर दिया. बता दें कि दूल्हे राजा पहले से ही शादीशुदा थे और दो निकाह कर चुके थे.

स्योहारा से एक 45 साल का अधेड़ 25 से 30 लोगों की बारात लेकर बख्शीवाला मोहल्ले में पहुंचा था. निकाह के लिए पहुंचे सभी बाराती बेहद जल्दी में थे. खाने-नाश्ते से पहले निकाह की जिद करने लगे. निकाह पढ़ाने आए मौलवी ने दोनों का निकाह लिखने के लिए आधार कार्ड मांगा. कार्ड में लिखी जन्म तिथि के अनुसार दूल्हे की उम्र 45 और दुल्हन की मात्र 15 साल थी.

मौलवी ने नियमों का दिया हवाला

फिर क्या था मौलवी ने निकाह पढ़ाने से इंकार करते हुए लडकी के मां-बाप और दूल्हे से इतने बेमेल निकाह करने पर आने वाली दुश्वारियों को समझाया. सरकारी नियमों का हवाला देते हुए बताया कि 18 साल से कम उम्र की लड़की नाबालिग होती है. कानूनन नाबालिग की शादी नहीं कराई जा सकती है.

खुद के फंस जाने का भी दिखाया डर

इस पर दूल्हे ने दल्हन को बालिग होने तक सही से रखने और जल्द बच्चे नहीं करने का आश्वासन दिया. लेकिन मौलवी ने निकाह पढ़ाने से साफ मना कर दिया. साथ ही सरकार की सख्ती का भी खौफ समझाते हुए कहा कि अगर किसी ने पुलिस प्रशासन में खबर कर दी तो बेमतलब सरकारी झमेलो में सबसे पहले निकाह पढ़ाने वाला मौलवी फंस सकता है.

मौलवी बोला-योगी की सरकार ना होती तो पढ़ देता निकाह

मौलवी ने आगे कहा कि अगर बीजेपी की सरकार नहीं होती तो निकाह पढ़ा देता. लेकिन योगी सरकार है इसलिए वह किसी तरह का रिस्क नहीं लेगा. इतना कहकर मौलवी वहां से चला गया. इसके बाद दूल्हा और दुल्हन पक्ष के लोगों ने भी आपस में रायशुमारी करते हुए निकाह नहीं करने का फैसला लिया और बारात बैरंग लौट गई.