दिल्ली ब्लास्ट से UP में बुझ गए 4 परिवारों के चिराग, मेरठ-अमरोहा-श्रावस्ती में कोहराम
दिल्ली कार ब्लास्ट में शामिल मृतकों की पहचान सामने आने लगी है.इन 9 मृतकों में 4 उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं. मेरठ, अमरोहा और त्रावस्ती से ताल्लूक रखने वाले इन मृतकों के परिवार में इस धमाके के बाद से कोहराम मच गया है.
दिल्ली में लाल किले के पास हुए कार ब्लास्ट ने उत्तर प्रदेश को भी जख्मी कर दिया है. इस धमाके में कुल 9 लोगों की मौत और 24 के जख्मी होने की जानकारी है. ब्लास्ट में शामिल 9 मृतकों में 4 उत्तर प्रदेश के होने की पृष्टि हुई है. इनमें मेरठ के मोहसिन, अमरोहा के अशोक कुमार और लोकेश अग्रवाल, त्रावस्ती के दिनेश कुमार शामिल हैं. इन सभी की मौत की खबर मिलते ही इनके परिवारों में कोहराम मच गया है.
प्रिटिंग प्रेस में काम करने वाले त्रावस्ती के दिनेश की मौत
श्रावस्ती के गणेशपुर गांव के रहने वाले तीन भाईयों में दूसरे नंबर के दिनेश पिछले 15 सालों से दिल्ली में रहते हैं. वहां वह एक प्रिंटिंग प्रेस में काम करते हैं. वह अपने परिवार के इकलौते कमाने वाले शख्स थे. उनके घर में माता-पिता, पत्नी और तीन छोटे बच्चे हैं. बेटा हिमांशु दिनेश के साथ रहता था. वहीं, बेटियां मां रीना देवी के साथ गांव में ही रहती है.
सोमवार यानी 10 नवंबर को जैसे ही परिवार को दिल्ली में लाल किले के पास धमाके की खबर मिली तो उनकी घबराहट बढ़ गई. दरअसल, दिनेश उसी इलाके में काम करते थे. दिनेश को कॉल भी नहीं लग रहा था. ऐसे में परिवार ने बड़े बेटे को कॉल किया और छोटे भाई गुड्डू को मौके पर भेजा. यह दोनों भी दिल्ली में रहकर काम करते हैं. वहां पहुंचने के बाद गुड्डू को अपने भाई दिनेश की मौत की खबर पता चली. गुड्डू ने जब यह खबर घर पर दी तो परिवार में कोहराम मच गया. बता दें कि हाल ही में दिवाली मनाकर दिनेश अपने घर से दिल्ली लौटा था.
ई-रिक्शा चलाने वाले मेरठ के मोहसिन की भी गई जान
दिल्ली ब्लास्ट में मेरठ के रहने वाले मोहसिन की भी मौत हो गई. वह दिल्ली में रहकर ई-रिक्शा चलाने का काम करता था. इसी के सहारे जो आमदनी होती थी, उससे परिवार का गुजर-बसर चलता था. यहां वह अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ रहता था. परिवार में मोहसिन को मिलाकर 5 भाई हैं. सभी मजदूरी का काम करते हैं. पिता भी हैंडलूम फैक्ट्री में मजदूरी करते हैं,.
जानकारी के मुताबिक मोहसिन जब अपनी सवारी लेकर जा रहा था उसी वक्त एक एक i20 कार में ब्लास्ट हो गया. इसके चपेट में आने के बाद 35 साल के मौसम की दर्दनाक मौत हो गई. ब्लास्ट में मौसम की मौत की खबर सुनते ही परिवार में कोहराम मच गया है.
अमरोहा के दो दोस्तों की ब्लास्ट में एक साथ गई जान
दिल्ली ब्लास्ट में अमरोहा के दो लोगों की मौत हो गई. ये दोनों आपस में दोस्त बताए जा रहे हैं. दरअसल, यहां के रहरा अड्डा निवासी खाद विक्रेता लोकेश अग्रवाल की समधन सर गंगाराम अस्पताल में भर्ती थीं. उन्हीं को देखने वह दिल्ली आए हुए थे. इस दौरान उन्होंने अपने दोस्त अशोक कुमार को लाल किला मेट्रो अस्पताल बुलाया. यहां से दोनों अस्पताल जाने वाले थे. लेकिन इस बीच ही वहां जोरदार धमाका हुआ और दोनों की जान चली गई.
लोकेश यहां अमरोहा के रहरा अड्डा के रहने वाले हैं. पत्नी की कई वर्ष पहले मृत्यु हो गई थी. वह परिवार में अपने पीछे बेटे गौरव, सौरभ और बेटी दिव्या को छोड़ गए हैं. वहीं, अमरोहा के मंगरोला रहने वाले दूसरे मृतक अशोक कुमार दिल्ली परिवहन निगम में 9 साल से संविदा कंडक्टर के रूप में कार्यरत थे.
अशोक पिछले 3 साल से दिल्ली के ही जगतपुरा इलाके में पत्नी सोनम और 3 बच्चों के साथ रह रहे थे. वहीं, उनकी मां गांव में बड़े भाई के साथ रहती हैं, जो खेतीबाड़ी करते हैं. फिलहाल अशोक की मौत की खबर उनकी मां को नहीं दी गई है. परिवार के लोगों को मुताबिक अशोक की मां दिल की मरीज हैं. इसलिए उनसे ये बात छिपाई गई है.
धमाके से उड़ गए थे गाड़ियों के परखच्चे
बता दें कि दिल्ली के लाल किले के पास शाम 6 बजकर 52 मिनट पर एक कार में भयंकर विस्फोट हुआ. धमाके की आवाज़ दूर-दूर तक सुनी गई. चंद सेकंडों में धुएं और चीख-पुकार ने पुरानी दिल्ली का इलाका दहला दिया.कई गाड़ियों के परखच्चे उड़ गए थे. सड़कों पर लाशों के चिथड़े पड़े हुए थे. जांच एजेंसियां इस धमाके को फरीदाबाद मॉड्यूल से जुड़े होने का शक जता रही हैं.
