गजब का बिजनेस, राइपनिंग चैंबर से किसान कमा सकते हैं मोटा मुनाफा, योगी सरकार से भी मिलते हैं 35 हजार रुपये

उत्तर प्रदेश सरकार राइपनिंग चैंबर लगाने पर 35 प्रतिशत की सब्सिडी देती है. किसान इसका निजी तौर पर इस्तेमाल करने के साथ -साथ बिजनेस के तौर पर भी उपयोग कर बंपर मुनाफा कमा सकते हैं.

राइपनिंग चैंबर लगाने पर सब्सिडी

किसानों की आय बढ़ाने के लिए सरकार की तरफ से बागवानी फसलों की खेती के लिए लगातार बढ़ावा दिया जा रहा है. किसान आम, केला जैसी फल-फसलों के उत्पादन से बढ़िया मुनाफा कमा रहे हैं. उत्तर प्रदेश सरकार तो बागवानी फसलों से जुड़े कई तरह के बिजनेसेज शुरू करने के लिए किसानों को आर्थिक मदद कर रही है. इसी कड़ी में राइपनिंग चैंबर लगाने पर 35 प्रतिशत तक की सब्सिडी दी जाती है.

बता दें कई फल ऐसे होते हैं, जिनकी तुड़ाई पकने से पहले की जाती है. ऐसी स्थिति में राइपनिंग चैंबर नहीं होने से लोग फलों को पकाने के लिए तरह-तरह का तरीका अपनाते हैं. इसमें कई बार फल के खराब होने की आशंका बढ़ जाती है, जिसके चलते किसानों को पर्याप्त मुनाफा नहीं मिल पाता है. ऐसे में किसान राइपनिंग चैंबर बनाकर अपना मुनाफा बढ़ाने के साथ-साथ अपने आसपास के अन्य किसानों का मुनाफा भी बढ़ा सकते हैं.

राइपनिंग चेंबर के बिजनेस में मोटा मुनाफा

आप राइपनिंग चैंबर को बिजनेस के तौर पर भी ले सकते हैं. आप एक निश्चित कीमत लेकर अन्य किसानों के फलों को पकाने में मदद कर सकते हैं. ऐसी स्थिति में दोनों को लाभ होगा. बता दें कि इस चैंबर में फलों को पकाने के लिए एथिलीन गैस का इस्तेमाल किया जाता है. यह स्वास्थ्य के लिए भी नुकसानदायक नहीं होता है और फलों को अंदर-बाहर दोनों तरफ से अच्छी तरह से पका देता है. इसमें पकाए गए फल लंबे समय तक खराब नहीं होते हैं.

कौन कर सकता है इस योजना के लिए अप्लाई

इस राइपनिंग चेंबर पर सब्सिडी हासिल करने के लिए आपको उत्तर प्रदेश का स्थाई निवासी होना चाहिए. जिस जमीन पर आप इसे लगाना चाहते हैं उसके कागजात होने चाहिए. साथ बैंक पासबुक और एक पहचान पत्र होना जरूरी है. साथ ही किसान की वार्षिक कमाई भी डेढ़ लाख रुपये से कम होनी चाहिए.

यहां करना होगा आवेदन

राइपनिंग चैंबर पर सब्सिडी हासिल करने के लिए किसान को उत्तर प्रदेश के उद्यान और खास प्रसंस्करण विभाग की वेबसाइट http://dbt.uphorticulture.in/) पर जाकर विजिट करना होगा. यहां खुद को रजिस्टर करने के बाद राइपनिंग चेंबर सब्सिडी के लिंक पर क्लिक करना होगा. फिर एप्लीकेशन फार्म को भरकर सब्मिट करना होगा. इसके अलावा आप जिला उद्यान विभाग के कार्यालय जाकर भी इस योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं. दोनों ही स्थिति में सत्यापन के बाद आपके खाते में राशि भेज दी जाएगी.