खुशहाल जिंदगी, मौत के बाद स्वर्ग की गारंटी; किराए के घर में धर्मांतरण का खेल… निशाने पर था ये समाज

उत्तर प्रदेश के बरेली में एक किराए के घर में दलितों और कमजोर वर्ग को निशाना बनाकर धर्मांतरण का बड़ा रैकेट चल रहा था. इसमें खुशहाल जिंदगी और मौत के बाद स्वर्ग का लालच देकर लोगों को ईसाई धर्म अपनाने पर मजबूर किया जाता था. पुलिस ने सूचना मिलने पर पादरी समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर इस खेल का भंडाफोड़ किया है. अब पुलिस इस गिरोह की फंडिंग और नेटवर्क की जांच कर रही है.

बरेली में धर्मांतरण का खुलासा

उत्तर प्रदेश के बरेली में धर्मांतरण का एक हैरतंगेज मामला सामने आया है. यहां पुलिस और समाज की नजर बचाकर एक किराए के घर में धर्मांतरण का घिनौना खेल चल रहा था. इस धर्मांतरण रैकेट के निशाने पर दलित और झुग्गी बस्ती वाले लोग थे. इन्हें झांसा दिया जाता था कि धर्म बदलने पर खुशहाल जिंदगी हो जाएगी. वहीं मौत के बाद स्वर्ग मिलने की गारंटी होगी. हालांकि सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने इस रैकैट का भंडाफोड़ कर इसमें शामिल पादरी समेत तीन लोगों को अरेस्ट कर लिया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.

मामला बरेली में बारादरी थाना क्षेत्र में चौकी रूहेलखंड के सुपर सिटी क्षेत्र का है. पुलिस के मुताबिक इस गिरोह में शामिल लोग चुपचाप झुग्गी बस्तियों में घूमते थे और लोगों को बरगलाकर ईसाई धर्म अपनाने के लिए मजबूर करते थे. पुलिस अब इस गिरोह के पकड़े गए सदस्यों से पूछताछ कर रही है. पुलिस यह जानने की कोशिश कर रही है कि यह गिरोह कब से एक्टिव है और इस गिरोह को फंडिंग कहां से हो रही है. पुलिस यह भी पता करने की कोशिश कर रही है कि अब तक इस गिरोह ने कितने लोगों का धर्मांतरण कराया है.

प्रार्थना सभा में देते थे लालच

पुलिस के मुताबिक इस गिरोह में शामिल लोग समाज के गरीब, दलित, ओबीसी और कमजोर वर्ग के लोगों को निशाना बनाते थे. पहले ये लोग उन्हें आर्थिक मदद देते, जरूरत के मुताबिक इनके घर जाकर इलाज करते और फिर अपने जाल में फंसाने के बाद उन्हें प्रार्थना सभाओं में बुलाकर खुशहाल जिंदगी का झांसा देते. इस दौरान बताते कि प्रभु ईशू की कृपा से उन्हें मौत के बाद स्वर्ग में स्थान मिलेगा. पुलिस ने इस गिरोह के सरगना पादरी सुमित मैसी पुत्र विलियम मैसी को अरेस्ट किया है. वहीं सुमित मैसी की ही निशानदेही पर पुलिस ने उसके साथी अमित मैसी उर्फ अक्षय मैसी और सरिता पत्नी देवेंद्र को भी पकड़ लिया है.

ऐसे खुला राज

पुलिस के मुताबिक हाल ही में सुभाष नगर निवासी ऋषभ ठाकुर पुत्र गौतम सिंह ने पुलिस में शिकायत दी थी. बताया कि पादरी सुमित मैसी और उसके साथी हिंदू महिलाओं और बच्चों को बहला-फुसलाकर ईसाई धर्म की दीक्षा दिला रहे हैं. ऋषभ का आरोप है कि आरोपियों ने खुद उसका भी धोखे से धर्म परिवर्तन कराया है. ऋषभ की शिकायत पर एक्टिव हुई पुलिस ने पहले पूरे मामले की विधिवत छानबीन कराई और मामले की पुष्टि के बाद आरोपियों को अरेस्ट किया है.

पादरी ने कबूला जुर्म, जेल

पुलिस की पूछताछ में पादरी सुमित मैसी ने अपने अपराध को कबूल कर लिया है. उसने बताया कि वह उन लोगों को धर्म परिवर्तन के लिए प्रेरित करता था जो इलाज या आर्थिक मदद चाहते थे. उन्हें प्रार्थना करवाकर और बेहतर जीवन का भरोसा देकर धीरे-धीरे ईसाई धर्म अपनाने के लिए तैयार किया जाता था. पुलिस ने जरूरी पूछताछ के बाद तीनों आरोपियों को अदालत में पेश कर जेल भेज दिया है. पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है. इसी क्रम में गिरोह का नेटवर्क भी खंगाला जा रहा है.