मजदूर की बेटी ने एवरेस्ट पर फहराया तिरंगा, पूनम बघेल ने 16000 फीट चढ़कर रचा इतिहास
फिरोजाबाद की पूनम बघेल ने माउंट एवरेस्ट पर पर तिरंगा फहराकर इतिहास रच दिया है. मजदूर पिता की बेटी ने आर्थिक तंगी के बावजूद अपने दृढ़ संकल्प से यह असाधारण उपलब्धि हासिल की. पूनम ने अपने जज़्बे और हौसले से वह कर दिखाया जो कई लोग सिर्फ सपना देखते हैं.

फिरोजाबाद की धरती ने एक बार फिर इतिहास रच दिया है. जिले की बेटी पूनम बघेल ने अपने जज़्बे और हौसले से सपनों को हकीकत में बदल दिया. उसने वह कर दिखाया जो कई लोग सिर्फ सपना देखते हैं. पूनम बघेल ने माउंट एवरेस्ट पर 16,000 फीट की ऊंचाई पर तिरंगा फहराकर देश का मान बढ़ाया है.
फिरोजाबाद के तोडिका चनोरा की रहने वाली पूनम के पिता राजकिशोर बघेल एक मजदूर हैं. सीमित साधनों और आर्थिक तंगी के बावजूद पूनम ने अपने सपनों को हकीकत में बदलने का साहस दिखाया. परिवार की कठिन परिस्थितियों ने उन्हें कभी तोड़ा नहीं, बल्कि और मजबूत बनाया.
माउंट एवरेस्ट अभियान में लिया था हिस्सा
पूनम इस समय नेहरू इंस्टिट्यूट ऑफ माउंटेनियरिंग (NIM), उत्तरकाशी से पर्वतारोहण का प्रशिक्षण ले रही हैं. इससे पहले वह 15,600 फीट की ऊंचाई तक सफलतापूर्वक चढ़ाई कर चुकी हैं. हाल ही में उन्होंने सितंबर से शुरू हुए माउंट एवरेस्ट अभियान में हिस्सा लिया, जो 14 अक्टूबर 2024 तक चला.

पूनम की सफलता पूरे देश के लिए प्रेरणास्रोत
पूनम की यह सफलता न केवल फिरोजाबाद बल्कि पूरे देश के लिए प्रेरणास्रोत है. उनकी इस उपलब्धि ने पूरे प्रदेश को गर्व से भर दिया है. पूनम की कहानी सोशल मीडिया पर खूब सराही जा रही है. लोग मजदूर की बेटी के इस साहसिक कदम को “वास्तविक प्रेरणा” बता रहे हैं. वह अब लोगों के लिए प्रेरणा बन गई हैं.

शहर लौटने पर शहर में हुआ जोरदार स्वागत
फिरोजाबाद की बेटी के सफलतापूर्वक माउंट एवरेस्ट फतह से जिले का नाम भी रोशन हुआ है. पूनम के शहर लौटने पर रेलवे स्टेशन से लेकर पूरे शहर में जोरदार स्वागत हुआ. पूनम ने कड़ी मेहनत से यह बड़ी उपलब्धि हासिल की. पूनम के इस ऐतिहासिक कारनामे से पूरे जिले में गर्व और खुशी की लहर है.
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