5 लाख लाओ तो मिलेंगे बच्चे… ससुर ने मांगी फिरौती, बीवी के बॉयफ्रेंड ने भी दी अश्लील वीडियो वायरल करने की धमकी
गाजीपुर में एक महिला अपने बच्चों को लेकर मायके चली गई. वहीं जब महिला के पति ने अपने ससुर से इस संबंध में पूछा तो उसने बच्चों को वापस करने के लिए 5 लाख रुपये की मांग की है. पति ने पैसे देने से मना किया तो महिला के बॉयफ्रेंड ने अश्लील वीडियो वायरल करने की धमकी दी है. पति ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है.

उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहां एक महिला खुद अपने दोनों बच्चों को लेकर मायके चली गई और अब उस महिला के पिता ने उसके पति से बच्चों को लौटाने के लिए 5 लाख रुपयों की डिमांड की है. वहीं युवक ने फिरौती देने से मना किया तो महिला के बॉयफ्रेंड ने अश्लील वीडियो वायरल करने की धमकी दी है. पीड़ित पति ने इस संबंध में पुलिस में शिकायत दी है. मामला गाजीपुर के रेवतीपुर थाना क्षेत्र के एक गांव का है.
पीड़ित पति मनीष मिश्रा ने पुलिस में दिए शिकायत में बताया कि पहले वह पश्चिम बंगाल में रहकर प्राइवेट नौकरी करता था. साल 2011 में उसकी शादी पश्चिम बंगाल की ही रहने वाली एक युवती से हुई. शादी के कुछ समय बाद तक तो उसकी पत्नी ठीक से रही और उन दोनों के दो बच्चे भी हुए. लेकिन बाद में उसकी पत्नी के किसी युवक के साथ अवैध संबंध बन गए. इसके चलते फरवरी 2012 में उसकी पत्नी घर छोड़ कर मायके चली गई.
झूठे मुकदमे दर्ज कराने की धमकी
2 साल बाद वह बड़ी मुश्किल से उसे मनाकर ले आया. मनीष के मुताबिक मायके से लौटने के बाद उसकी बीवी के तेवर ही बदल गए. वह अक्सर उसके साथ मारपीट करती और झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी देती. उसकी प्रताड़ना से परेशान होकर उसने साल 2016 में पश्चिम बंगाल वाली नौकरी छोड़ दी और यहां अपने घर आ गया. लेकिन जून 2025 में उसकी पत्नी एक बार फिर उसके दोनों बच्चों को लेकर मायके चली गई है. इस संबंध में जब उसने अपने ससुर से पूछा तो उन्होंने बच्चों को लौटाने के बदले 5 लाख रुपये की फिरौती मांगी है.
पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा
वहीं जब उसने पैसे देने से मना किया तो उसकी बीवी के बॉयफ्रेंड ने उसे बीवी का अश्लील वीडियो भेजा है. अब वह इस वीडियो को सोशल मीडिया में वायरल करने की धमकी दे रहा है. पीड़ित की शिकायत पर रेवतीपुर पुलिस ने दो अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है. पुलिस के मुताबिक जांच के दौरान आरोप प्रमाणित होने पर आरोपियों को नामजद किया जाएगा.



