अलख ही जगाता रह गया नगर निगम, देश का सबसे प्रदूषित शहर बना गाजियाबाद

केंद्र सरकार की एक रिपोर्ट के मुताबिक नवंबर 2025 में गाजियाबाद देश का सबसे प्रदूषित शहर रहा. यहां मासिक औसत PM2.5 का स्तर 224 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर रहा और पूरे महीने हवा की गुणवत्ता राष्ट्रीय मानकों से ऊपर रही. आइए जानते हैं कि ऐसी क्या वजह रही कि शासन की तमाम कोशिशों के बाद भी गाजियाबाद के प्रदूषण का स्तर नीचे नहीं लाया जा सका.

गाजियाबाद रहा सबसे ज्यादा प्रदूषण वाला शहर

गाजियाबाद लगातार देश के सबसे प्रदूषित शहरों में टॉप कर रहा है. यहां दिवाली के बाद से लगातार पॉल्यूशन बढ़ता गया. पटाखों के धुएं से तो कब का छुटकारा मिल गया, लेकिन चोरी छुपे चलने वाले कल-कारखाने और सड़क पर दौड़ने वाली गाड़ियां अब भी प्रदूषण बढ़ाने में बड़ा योगदान दे रही हैं. साथ ही मोहन नगर से यूपी बॉर्डर तक सड़क पर चल रहे निर्माण कार्य और वहां से उड़ने वाली धूल भी पॉल्यूशन में भयंकर इजाफा कर रही हैं.

बता दें कि केंद्र सरकार की एक रिपोर्ट के मुताबिक नवंबर 2025 में गाजियाबाद को देश का सबसे प्रदूषित शहर बताया गया है. यहां मासिक औसत PM2.5 का स्तर 224 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर रहा और पूरे महीने हवा की गुणवत्ता राष्ट्रीय मानकों से ऊपर रही.

आज भी 366 के पार गाजियाबाद का एक्यूआई

बता दें कि नियमों और मानकों को ताक पर रखकर कुछ फैक्ट्रियां अंधेरा होते ही रबर और अन्य प्रकार की प्रदूषण बढ़ाने वाली सामग्री को जलाते हुए अपने यहां कई तरह के प्रोडक्ट्स का निर्माण करते हैं. इस प्रोडक्शन में भट्ठियों से निकला धुआं भी गाजियाबाद को प्रदूषण में नंबर एक की उपाधि दिलवाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहा है. आज भी जिले का एयर क्वालिटी इंडेक्स 366 के पार दर्ज किया गया, जो बेहद खतरनाक श्रेणी में आता है.

प्रदूषण से निपटने के लिए उठाए जा रहे हैं ये कदम

प्रदूषण से निपटने के लिए नगर निगम और प्रदूषण विभाग लगातार कोशिशों में लगे हुए हैं. धूल से होने वाले प्रदूषण को रोकने के लिए नगर निगम की गाड़ियों से पानी का छिड़काव सड़कों पर किया जा रहा है. वहीं, प्रदूषण विभाग ऐसी फैक्ट्रियों पर नजर बनाए हुए है जो पॉल्यूशन फैलाने का काम कर रहे हैं. इन फैक्ट्रीज पर भारी जुर्माना लगाया जा रहा है. यदि जुर्माने के बाद भी अगर वह फैक्ट्री फिर से प्रदूषण फैलाने के काम करती हैं तो उनका लाइसेंस निरस्त किया जा रहा है.

ऐसे वाहनों का काटा जा रहा है भारी-भरकम चालान

यातायात पुलिस भी सड़क पर दौड़ने वाले उन वाहनों पर पैनी निगाह बनाए हुए हैं जिन गाड़ियों से बहुत ज्यादा प्रदूषण फैल रहा है. यातायात विभाग की तरफ से ऐसे वाहनों का भारी भरकम चालान काटा जा रहा है. साथ ही हिदायत भी दी जा रही है कि अगर भविष्य में वाहनों को सही नहीं कराया जाता तो उनका रजिस्ट्रेशन कैंसिल कर वाहन को जब्त कर लिया जाएगा.