गाजियाबाद शहर की न्यूज़

पहले दर्ज कराई छेड़छाड़ की FIR, फिर मुकर गईं मां-बेटी; हुआ एक्शन

गाज़ियाबाद में एक किशोरी और उसकी मां ने पहले दो युवकों पर छेड़छाड़ का झूठा मुकदमा दर्ज कराया. फिर बाद में कोर्ट में उन्होंने आरोपियों को पहचानने से इनकार कर दिया. कोर्ट ने संदेह का लाभ देते हुए दोनों आरोपियों को बरी कर दिया है. वहीं झूठा मुकदमा दर्ज कराने के लिए मां-बेटी के खिलाफ़ कानूनी कार्रवाई के आदेश दिए हैं.

'कमिश्नर साहब 5 लाख रुपये दीजिए', जलभराव से कार हुई खराब तो भेजा नोटिस

गाजियाबाद से एक ऐसा मामला सामने आया है, जहां एक कारोबारी अमित किशोर ने नगर आयुक्त को इसलिए लीगल नोटिस भेजकर 5 लाख रुपए की क्षतिपूर्ति की मांग की क्योंकि उसकी मर्सिडीज कार को जलभराव के चलते नुकसान पहुंचा. ऐसा पहली बार हुआ है कि किसी शख्स ने खराब व्यवस्थाओं के लिए नगर निगम को जिम्मेदार ठहराते हुए लीगल नोटिस भेजकर खामियाजे की मांग की हो.

5 फर्जी एंबेसियां, विदेश मंत्रालय में पैठ; हर्षवर्धन ने क्या उगले राज?

यूपी STF ने गाजियाबाद में गिरफ्तार फर्जी एंबेसडर हर्षवर्धन से पूछताछ में पांच और नकली देशों के फर्जी दूतावासों का खुलासा किया है. एसटीएफ को इस रैकेट में विदेश मंत्रालय के अधिकारियों की संलिप्तता की भी जानकारी मिली है. इसके बाद मामले की जांच में अब ईडी और सीबीआई भी शामिल हो गई है. जांच एजेंसियां जानने की कोशिश कर रही हैं कि इस रैकेट में कौन कौन ब्यूरोक्रेट्स और नेता शामिल हैं.

फर्जी एंबेसडर के खिलाफ एक्शन, इंटरपोल ने जारी किया ब्लू कॉर्नर नोटिस

गाज़ियाबाद के कविनगर में नकली एंबेसी का संचालन करने के आरोप में पकड़े गए फ्राड एंबेसडर हर्षवर्धन के खिलाफ इंटरपोल ने जांच शुरू कर दी है. इंटरपोल ने आरोपी के खिलाफ ब्लू कॉर्नर नोटिस जारी किया है. इधर, यूपी एसटीएफ़ की टीम ने आरोपी को कस्टडी रिमांड पर लेने के लिए कोर्ट में अर्जी दाखिल की है. अब यूपी एसटीएफ इंटरपोल की मदद से हर्षवर्धन के अंतर्राष्ट्रीय नेटवर्क और बैंक खातों की जांच करेगी.

गाजियाबाद से लंदन तक: 'फर्जी दूतावास' के पीछे हर्षवर्धन का नेटवर्क?

उत्तर प्रदेश के कविनगर में रहने वाला हर्षवर्धन जैन दिखने में एक आम नागरिक लग सकता है, लेकिन जब यूपी एटीएस ने उसे 22 जुलाई 2025 को उसके घर से गिरफ्तार किया, तो उसकी ओर से किए गए अपराधों की परत-दर-परत पोल खुलती गई. अब यूपी एटीएस ने एक ऐसी अंतरराष्ट्रीय साजिश का पर्दाफाश किया है.

जाली एंबेसी और फ्रॉड एंबेसडर… 4 धाराओं में मुकदमा; कितनी होगी सजा?

ग़ाज़ियाबाद में फ़र्ज़ी दूतावास के मामले में हर्षवर्धन जैन पर धोखाधड़ी और जालसाजी सहित चार धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ है. इन सभी मामलों में अधिकतम 10 साल की सज़ा का प्रावधान है. एसटीएफ़ ने उसकी विदेशी कड़ियों की जांच के लिए अब ईडी, सीबीआई और इंटरपोल से संपर्क किया है. इसी क्रम में हर्षवर्धन की पत्नी डिंपल के कारोबार की भी जांच कराई जा रही है.

किराए की कोठी, राजनीति और चंद्रास्वामी कनेक्शन... हर्षवर्धन की कहानी

गाजियाबाद में फर्जी एंबेसडर हर्षवर्धन जैन को लेकर कई बड़े खुलासे हुए हैं. उसने जिस कोठी में चार फर्जी देशों की एंबेसी खोल रखी थी, वह किसी सुनील अनूप सिंह की है. इस कोठी में वह अपनी पत्नी, बेटा और ससुर के साथ रहता था. उसका संपर्क तांत्रिक चंद्रास्वामी से उनके ससुर आनंद जैन (पूर्व यूथ कांग्रेस अध्यक्ष) ने ही कराई थी. फिर चंद्रास्वामी के जरिये वह अंतरराष्ट्रीय हथियार डीलर अदनान से जुड़ा था.

24 साल से दलाली, 19 साल से हवाला; 'टोपीबाज' हर्षवर्धन की पूरी कहानी

उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में पकड़े गए फर्जी एंबेसडर हर्षवर्धन जैन 24 साल से दलाली और 19 साल से हवाला कारोबार कर रहा है. उसके पास कई देशों के फर्जी दस्तावेज, पासपोर्ट और मुहरें मिली हैं. वह विदेशी कंपनियों में नौकरी दिलाने के नाम पर लोगों को ठगता था. इस कहानी में हम हर्षवर्धन जैन की उन कहानियों को बता रहे हैं, जिन्हें उसने कभी जाहिर नहीं होने दिया था.

कहानी फ़र्ज़ी ‘एंबेसडर’ हर्षवर्धन की, जिसके पास मिला था सैटेलाइट फ़ोन

कई नकली देशों के फर्जी राजदूत हर्षवर्धन जैन का पुलिस और जेल के साथ पुराना नाता रहा है. सैटेलाइट फोन रखने के आरोप में पहले भी वह जेल जा चुका है. उसने चंद्रास्वामी से मिलने के बाद एक ऐसा नेटवर्क खड़ा किया था कि पुलिस भी उसके ऊपर हाथ डालने से घबराती थी. इस प्रसंग में हम हर्षवर्धन की अनछुई कहानियों को बताने का प्रयास कर रहे हैं.

गाजियाबाद से BBA, लंदन से MBA; कौन है फर्जी एंबेसडर हर्षवर्धन जैन?

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से सटे गाजियाबाद में यूपी एसटीएफ की टीम ने नकली राष्ट्रों की फर्जी एंबेसी का खुलासा किया है. एसटीएफ ने फर्जी एंबेसडर हर्षवर्धन जैन को भी अरेस्ट कर लिया है. वह प्रसिद्ध उद्योगपति जेडी जैन का बेटा है. हर्षवर्धन दुबई में शेल कंपनियां बनाकर कई देशों में लोगों को नौकरी दिलाने के नाम पर दलाली करता था. एसटीएफ की जांच में उसके तार कई देशों से जुड़े पाए गए हैं.