चंदा लगाकर अंतिम संस्कार कर देना, लेकिन घरवालों को शव नहीं देना… सीमेंट फैक्ट्री में काम करने वाले युवक ने किया सुसाइड
उत्तर प्रदेश के गाजीपुर के मोहम्मदाबाद में एक बेरोजगार युवक ने आर्थिक तंगी की वजह से सुसाइड कर लिया. उसने अपने सुसाइड नोट में अपनी सारी पीड़ा बता डाली. उसने कहा कि मेरा डेथ सर्टिफिकेट चाचा और घरवालों को न दिया जाए.अंतिम संस्कार के लिए भी उसने कहा कि चंदा लेकर कर दें, लेकिन मेरा शव मेरे घरवालों को न दें. मृतक सीमेंट की फैक्ट्री में काम करता था लेकिन, नौकरी छूट जाने की वजह से वो काफी परेशान था.
एक शख्स बेरोजगारी और रुपयों की तंगी से इतना परेशान था कि उसने सुसाइड करने का फैसला लिया. लेकिन सुसाइड नोट में उसने लिखा कि चंदा लगाकर मेरा अंतिम संस्कार कर देना लेकिन, मेरा शव मेरे चाचा या परिवार के किसी अन्य लोगों को ना देना और मेरा मृत्यु प्रमाण पत्र सिर्फ ससुराल पक्ष के लोगों को ही देना. उत्तर प्रदेश के मोहम्मदाबाद के तमलपुरा गांव में युवक की ससुराल थी. यहां के एक युवक ने सुसाइड नोट लिखकर बेरोजगारी से पीड़ित एक युवक ने शहर कोतवाली के एक होटल में जहर खाकर जान दे दी.
मृतक किसी सीमेंट की फैक्ट्री में काम करता था लेकिन कुछ महीनों से उसकी नौकरी छूट गई थी. उसने अपने चाचा से दो वक्त की रोटी की मांग की. लेकिन, चाचा बोले जहां हो वहीं रहो. इसी बात से आहत होकर वह अपने ससुराल में रहता था. लेकिन, एक दिन पहले उसने शहर के एक होटल में कमरा बुक कराया और इस कमरे में जहर खाकर जान दे दी.
कमरे में गिरा पड़ा, मुंह से झाग निकल रहा था
ये मामला मोहम्मदाबाद के एक होटल का है जब एक दिन पहले होटल के कर्मचारी रूम खुलवाने के लिए दरवाजा पीट रहे थे. लेकिन, काफी देर तक जब दरवाजा नहीं खुला तब कर्मचारियों को कुछ शक हुआ. उसके बाद उन सब ने इसकी जानकारी कोतवाली पुलिस को दिया. जिसके बाद मौके पर पुलिस पहुंची और जब पुलिस ने वीडियो ग्राफी करते हुए खिड़की से देखने का प्रयास किया. तब पता चला कि वह कमरे के अंदर गिर पड़ा था.
उसके मुंह से झाग निकल रहा था इसके बाद पुलिस ने किसी तरह से दरवाजा खोलकर उसे अस्पताल ले गए जहां पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. इस दौरान पुलिस को होटल के कमरे में एक सुसाइड नोट भी मिला. इस पर उसने अपने आर्थिक तंगी और अपने चाचा पर इस तंगी के दौरान किसी तरह की मदद नहीं करने का आरोप लगाया गया.
बिहार का रहने वाला था युवक
मृतक ओम प्रकाश राय बिहार का रहने वाला था और मोहम्मदाबाद के तमलपुरा गांव में उसकी ससुराल थी. वह किसी सीमेंट की फैक्ट्री में काम करता था. साल 2021 में उसकी पत्नी की मौत हो गई और इधर पिछले कई महीनों से उसकी नौकरी भी छूट गई थी. जिसके चलते वह आर्थिक तंगी से जूझ रहा था. इसके बाद उसने अपने कमरे का किराया देने के बाद अपने ससुराल पहुंचा और उसके पश्चात उसने अपने चाचा से संपर्क किया कि वह आर्थिक तंगी से जूझ रहा है उसे बस कुछ दिनों के लिए दो वक्त की रोटी दे दे. लेकिन, उसके चाचा ने तत्काल मना कर दिया.
आस-पास के लोगों ने बताया कि उसके गांव पर उसकी भी जमीन है लेकिन, चाचा ने जब मना किया तब वह काफी आहत हो गया. उसके बाद शहर के ही एक होटल में एक रूम बुक कराया और उसका पूरा भुगतान भी किया और उसके बाद इस तरह का कदम उठाया उसने अपने सुसाइड नोट में साफ शब्दों में लिखा है कि चंदा लगाकर उसका अंतिम संस्कार कर दिया जाए और मृत्यु प्रमाण पत्र ससुराल के लोगों को ही दिया जाए.
इस मामले पर अपर पुलिस अधीक्षक ज्ञानेंद्र प्रसाद ने बताया कि आर्थिक तंगी से जूझ रहे व्यक्ति का शव मिला. साथ ही एक सुसाइड नोट भी मिला. इसमें उसने अपनी आर्थिक तंगी की बात लिखी थी. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और सुसाइड नोट और मौत के दूसरे पहलुओं पर भी जांच कर रही है.